भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को बुरी तरह हिला कर रख दिया है। पहलगाम हमले के 16वें दिन भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें पहले हुए हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। इस सैन्य कार्रवाई के बाद उत्पन्न तनाव को लेकर पाकिस्तान ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का रुख किया है। उसने यूएनएससी को भेजे गए नोट में कहा है कि वह भारत से युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अपनी संप्रभुता पर किसी भी खतरे या हमले की स्थिति में जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को भेजे गए पत्र में पाकिस्तान ने भारत पर “आक्रामक कार्रवाई” करने का आरोप लगाया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले पर ध्यान देने की अपील की है। पाकिस्तान ने स्पष्ट किया है कि यदि उसकी सीमाओं का अतिक्रमण या उस पर हमला किया गया, तो वह अपने नागरिकों और क्षेत्र की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।

वार्ता से समाधान की चाह, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकता
पाकिस्तान ने यह स्पष्ट किया कि वह युद्ध की ओर नहीं बढ़ना चाहता, लेकिन यदि उसकी शांति और सुरक्षा पर कोई खतरा मंडराएगा, तो वह चुप नहीं रहेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान समस्याओं का समाधान बातचीत से करना चाहता है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा और हितों की रक्षा उसकी प्रमुख प्राथमिकता है। प्रवक्ता ने यह भी जोड़ा कि पाकिस्तान अपने रुख को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार उठाता रहेगा और उसे उम्मीद है कि वैश्विक समुदाय निष्पक्ष रूप से उसकी बात सुनेगा। इसके साथ ही पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से आग्रह किया है कि वह क्षेत्र में शांति बनाए रखने और संघर्ष को रोकने में सक्रिय भूमिका निभाए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से प्रतिक्रिया का इंतजार
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से इस नोटिस पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन दुनिया भर के लोग भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर सतर्क निगाहें रखे हुए हैं। कई देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और स्थिति को और अधिक न बढ़ाने की अपील की है।