ऑपरेशन सिंदूर और केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार देशभर में आयोजित की जा रही मॉकड्रिल के तहत मध्य प्रदेश के पांच शहर—इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी—को चुना गया है। यह अभ्यास केंद्र सरकार द्वारा जारी की जाने वाली दिशा-निर्देशों के अनुरूप शाम तक संपन्न किया जाएगा।
इंदौर में आज शाम 4 बजे मॉकड्रिल का आयोजन किया गया, जिसके लिए छह स्थानों को चुना गया। मॉकड्रिल की शुरुआत इंदौर स्थित डेंटल कॉलेज से हुई, जहां पहले एक धमाका किया गया और कॉलेज के मुख्य भवन में आग लगा दी गई। कुछ ही समय बाद एनसीसी कैडेट्स, फायर ब्रिगेड के कर्मचारी और पुलिस जवान मौके पर पहुंचे।

ब्लैकआउट में भी जारी रहेगा आपदा अभ्यास
कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी दी कि ब्लैकआउट के दौरान भी इसी प्रकार की मॉकड्रिल का आयोजन किया जाएगा। यदि राज्य सरकार की ओर से दोबारा मॉकड्रिल के निर्देश मिलते हैं, तो उसे भी आयोजित किया जाएगा। मॉकड्रिल के दौरान संभागायुक्त दीपक सिंह, निगमायुक्त शिवम वर्मा सहित अन्य पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
रेड अलार्म के दौरान जरूरी सावधानियाँ
जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आज लगभग शाम 7:30 से 7:42 तक ब्लैकआउट किया जाएगा। ब्लैकआउट की शुरुआत के लिए रेड अलर्ट सायरन (उच्च और निम्न आवाज में) दो मिनट तक बजाया जाएगा। इस सायरन की आवाज सुनते ही सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे अपने घरों, दुकानों, कार्यालयों और संस्थानों की लाइट्स बंद कर दें। सड़क पर चल रहे वाहनों को भी सायरन बजने पर रोककर उनकी हैडलाइट और बैकलाइट को बंद करना होगा। 7:42 बजे एक समान आवाज में ग्रीन अलर्ट सायरन बजेगा, जो “आल क्लीयर सिग्नल” का प्रतीक होगा। इस सायरन के बाद नागरिक लाइट्स को फिर से चालू कर सकते हैं।