PM Janman Yojana: मध्य प्रदेश में ग्रामीण विकास को नई रफ्तार देने के लिए मोहन यादव सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पीएम जनमन योजना के तहत 1800 करोड़ रुपये की लागत से 1295 जनजातीय बसाहट क्षेत्रों में 1100 किमी पक्की सड़कें बनाई जाएंगी। यह परियोजना हर गांव को सड़क से जोड़ने का सपना साकार करेगी, खासकर बालाघाट और मंडला जैसे जिलों में। इस पहल से जनजातीय समुदायों का जीवन स्तर सुधरेगा और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। आइए, इस परियोजना की खासियतें जानते हैं।
जनजातीय क्षेत्रों का कायाकल्प
पीएम जनमन योजना के तहत मध्य प्रदेश के जनजातीय बसाहट क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जा रही है। 1295 बसाहटों को 1100 किमी लंबी पक्की सड़कों से जोड़ा जाएगा। यह परियोजना खासकर बालाघाट और मंडला जैसे जिलों में तेजी से शुरू हो चुकी है। इन सड़कों से न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि ग्रामीणों को बाजार, स्कूल, और अस्पताल तक पहुंचने में सुविधा होगी। यह कदम जनजातीय समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में अहम है।

आर्थिक विकास को मिलेगा बल
1800 करोड़ की इस परियोजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ताकत मिलेगी। पक्की सड़कें बनने से किसान अपनी उपज को आसानी से बाजार तक पहुंचा सकेंगे, जिससे उनकी आय बढ़ेगी। साथ ही, छोटे व्यवसायों और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। मंडला और बालाघाट जैसे क्षेत्रों में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी, क्योंकि बेहतर सड़कें पर्यटकों को आकर्षित करेंगी। यह परियोजना रोजगार सृजन में भी मदद करेगी।
मोहन यादव सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस परियोजना को जनजातीय विकास का आधार बताया है। उनके नेतृत्व में सरकार ने सड़क निर्माण के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया है। मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि यह परियोजना ग्रामीणों के जीवन को बदल देगी। सरकार का लक्ष्य है कि हर गांव तक पक्की सड़क पहुंचे, ताकि कोई भी क्षेत्र विकास से अछूता न रहे। यह पहल मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
भविष्य की राह आसान
यह 1100 किमी सड़क परियोजना मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। शिक्षा, स्वास्थ्य, और आर्थिक अवसरों तक पहुंच बढ़ने से जनजातीय समुदायों का जीवन स्तर सुधरेगा। स्थानीय लोग इस खबर से उत्साहित हैं, क्योंकि यह न केवल आवागमन को आसान बनाएगी, बल्कि ग्रामीण भारत के विकास के सपने को भी साकार करेगी। क्या यह परियोजना मध्य प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी? यह समय बताएगा।