मध्य प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार पहल कर रही है। राज्य के छह जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिन पर अब सरकार तेजी से कार्रवाई कर रही है। इस कदम से न केवल डॉक्टरों की कमी दूर होगी, बल्कि दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी नजदीक बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इसी क्रम में सागर जिले के बीना में जलगंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजित तालाब पुनर्जीवन कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग को और अधिक सक्षम बनाने के लिए तीन हजार डॉक्टरों सहित कुल 30 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती करने जा रही है। शुक्ल ने यह भी उल्लेख किया कि जैसे कृषि विभाग ने उल्लेखनीय प्रगति की है, उसी तरह स्वास्थ्य विभाग को भी मजबूत और प्रभावी बनाना है।
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने सागर कलेक्टर संदीप जी. आर. की सराहना करते हुए बताया कि जिले में तालाबों की सीमाओं का चिन्हांकन कर तथा मुंडेर निर्माण कर अब तक 80 हेक्टेयर से अधिक भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत रिचार्ज पिट, वर्षा जल संचयन प्रणाली और खेत तालाब जैसे नवाचारों को बढ़ावा दिया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान शुक्ल ने सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सेना को दिए गए फ्री हैंड के परिणामस्वरूप, उन आतंकियों पर करारा प्रहार किया गया जिन्होंने भारत की बेटियों की गरिमा को चोट पहुंचाई थी। उन्होंने इसे देश की अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा से जोड़ा।
