झारखंड का विधानसभा सचिवालय हुआ सील, 31 जुलाई तक नहीं होगी बैठकें

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By Akanksha JainPublished On: July 23, 2020

रांची: देश में कोरोना संक्रमण के आकड़े में हर रोज बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। साथ ही 27 जुलाई तक झारखंड विधानसभा सचिवालय को पूरी तरह सील कर दिया गया है। दरअसल राज्य में बढ़ते संक्रमण को देख और मंत्री-विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों के इस जानलेवा संक्रमण की चपेट में आने की वजह से ये निर्णय लिया गया है। इस अवधि में सभा सचिवालय के तीन कार्य दिवस बंद रहेंगे। विधानसभा सचिवालय ने राज्य की सबसे बडी पंचायत को बंद करने का फैसला किया गया है, ताकि अन्य जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों में कोरोना का संक्रमण न फैले।

आदेश जारी करते हुए कहा कि झारखंड विधानसभा के हुए कुछ विधायकों और कर्मियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने की सूचना प्राप्त हुई है। ऐसे में संक्रमित सदस्यों और कर्मियों के संपर्क में अन्य व्यक्तियों के आने की संभावना को मद्देनजर रखते हुए सभा सचिवालय को सोमवार तक के लिए पूर्णता सील कर दिया गया है। इस दौरान सचिवालय भवन को सैनिटाइज किया जाएगा। साथ ही आदेश में कहा कि झारखंड विधानसभा के कई सदस्यों एवं कर्मचारियों में कोरोना वायरस के संक्रमण की सूचना मिली है। ऐसे में उनके संपर्क में यदि अन्य लोग आएंगे, तो उनके भी इस जानलेवा विषाणु से ग्रस्त होने की आशंका बढ जाएगी।

बता दे कि इस आदेश में तीन निर्देश दिये गये हैं। पहला निर्देश यह है कि झारखंड विधानसभा की समितियों की सभी बैठकें तत्काल प्रभाव से 31 जुलाई तक स्थगित रहेंगी।
दूसरे निर्देश में कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों से कहा गया है कि वे खुद को क्वारंटाइन कर लें। साथ ही कर्मचारियों और पदाधिकारियों से कहा गया है कि यदि उन्हें लगता है कि उन्हें कोरोना हो सकता है या कोरोना के कोई भी लक्षण उनमें दिखते हैं, तो वह अपनी कोविड-19 जांच जरूर करवा लें।
तीसरे और अंतिम निर्देश में कहा गया है कि मंगलवार (28 जुलाई, 2020) से झारखंड विधानसभा में लॉकडाउन के दौरान केंद्र और राज्य सरकार के नियमों का पालन करते हुए पहले की तरह काम शुरू हो जाएगा।

झारखंड विधानसभा के विधायकों सीपी सिंह, मथुरा प्रसाद और मंत्री मिथिलेश ठाकुर कोरोना से संक्रमित मिले है। हालांकि मिथिलेश ठाकुर अब स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। झारखंड में अब तक 6485 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 64 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वही 3024 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं और 3397 एक्टिव केस मौजूद हैं।