इंदौर। शहर का सुदामा नगर हो, महालक्ष्मी नगर हो या फिर राजेंद्र नगर सौर ऊर्जा के लिए छतों का उपयोग करने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। शहर में वर्षाकाल के दौरान ही 140 और कंपनी क्षेत्र में 200 उपभोक्ताओं इस कार्य में रूचि लेकर छतों, परिसरों में पैनल्स लगाई है। यह ग्रीन एनर्जी की दिशा में भी बहुत ही सकारात्मक कदम हैं।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि इंदौर शहर और आसपास के क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के प्रति रूझान में सतत बढोत्तरी हो रही है। जुलाई और अगस्त के वर्षाकाल के डेढ़ माह के दौरान ही इंदौर शहर में 140 और कंपनी क्षेत्र में 200 उपभोक्ताओं ने घर की छतों, परिसरों पर सौर ऊर्जा के लिए पैनल्स स्थापित कराई है।
तोमर ने बताया कि अब इंदौर शहर सीमा में सौर ऊर्जा अपनाने वालों की कुल संख्या 3700 हो गई है। इंदौर के बाद उज्जैन जिले में 740, धार जिले में 330, रतलाम जिले में 240, खरगोन जिले में 190 इमारतों की छतों, परिसरों पर सौर ऊर्जा से बिजली तैयार की जा रही है। तोमर ने बताया कि बिजली कंपनी क्षेत्र में छतों, परिसरों से बिजली तैयार करने वालें मौजूदा उपभोक्ताओं की पैनल्स स्थापना क्षमता अब 60 मैगावाट होने को है। पांच वर्षों के दौरान यह क्षमता लगभग कई गुना बढ़ी है।
इस कारण बढ़ रही रूचि
ग्रीन एनर्जी के प्रति रूझान बढ़ने का कारण बिजली के मौजूदा बिल में कमी के साथ ही परिसर में ही अपनी छत, अपनी बिजली की भावना को बढ़ावा देना भी है। उपभोक्ता सोलर पैनल्स लगाने में जितनी राशि खर्च करते है, वह राशि लगभग साढ़े तीन से चार वर्ष में बिल राशि में कमी के रूप में उन्हें वापस मिल जाती है।