NIRF रैंकिंग में IIM इंदौर ने प्राप्त किया छठा स्थान

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शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने 09 सितंबर, 2021 को राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्कइंडिया रैंकिंग 2021 (National Institute Ranking Framework/ NIRF/एनआईआरएफ) की घोषणा की। भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) ने पिछले वर्ष से बेहतर प्रदर्शन करते हुए (2020 में 7वीं रैंक) इस वर्ष 6वीं रैंक प्राप्त की है। परिणाम केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने घोषित किए। आईआईएम इंदौर ने सभी आईआईएम की श्रेणी में 5वां स्थान प्राप्त किया है।

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इस वर्षरैंकिंग ग्यारह श्रेणियों में की गई:ओवरऑल,यूनिवर्सिटी, मैनेजमेंट, कॉलेज, फार्मेसी, मेडिकल, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, एआरआईआईए (नवाचार उपलब्धियों पर संस्थानों की अटल रैंकिंग), लॉ और रिसर्च संस्थान। एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग पैरामीटर और रैंकिंग प्राप्त करने के लिए अपनाए गए मापदंड सभी श्रेणियों के लिए भिन्न हैं। कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और संस्थानों की रैंकिंग के लिए अपनाई गई व्यापक श्रेणियों में शिक्षण (Teaching), विद्वत्ता और संसाधन (Learning & Resources); अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास (Research & Professional Practice); स्नातक परिणाम (Graduation Outcomes); आउटरीच और समावेशिता (Outreach and Inclusivity), और सहकर्मी धारणा(Peer Perception) शामिल हैं। प्रत्येक बीतते वर्ष के साथ, एनआईआरएफ रैंकिंग में भाग लेने वाले संस्थानों की संख्या और श्रेणियों में वृद्धि हुई है। 2016 में, संस्थानों को केवल चार श्रेणियों में स्थान दिया गया था जो 2021 में बढ़कर ग्यारह हो चुकी हैं।

‘हमने 25 साल की अपनी बेहतरीन यात्रा का सफ़र पूर्ण किया है। इस वर्ष हमराष्ट्र निर्माण में योगदान के अपने 25 वर्ष पूरे करते हुए रैंकिंग में छठवें स्थान पर हैं, जो पिछले वर्ष से एक स्थान ऊपर है। शैक्षणिक वर्ष 2020-21 बेहद अच्छा रहा है और संस्थान को कई उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं। हम अकादमिक और अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं को बढ़ाने और समृद्ध करने के लिए प्रतिबद्ध हैं’, आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय ने कहा। उन्होंने कहा कि अब संस्थान का16 देशों में 40 से अधिक विदेशी शिक्षण संस्थानों के साथ सहयोग है, जो प्रतिभागियों और संकाय सदस्यों को छात्र विनिमय और शोध के लिए सुअवसर प्रदान करता है। हमने न केवल शैक्षणिक संस्थानों के साथ कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, बल्कि विभिन्न सरकारी निकायों और सार्वजनिक उपक्रमों के साथ भी सहयोग किया है, जिसका उद्देश्य राष्ट्र और समाज के कल्याण में योगदान करना है। यह साल निरंतर आगे बढ़ने, सुधार करने,कठिन परिश्रम और प्रगति का वर्ष रहा है। इसका श्रेय पूरे संस्थान को, हर सदस्य को जाता है, जिसने इसे पूरा करने के लिए पूर्ण निष्ठा और लगन से कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में हम और भी बेहतर करने का इरादा रखते हैं।

संस्थान का उद्देश्य समग्र रूप से समाज, शहर, राज्य और राष्ट्र निर्माण में योगदान देना है और इसलिए आईआईएम इंदौर अनुसंधान, प्रबंधन और प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से विभिन्न पहलों के लिए स्थानीय प्रशासन और सरकार के साथ साझेदारी कर रहा है। इस वर्ष, संस्थान ने मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम, मध्य प्रदेश शहरी विकास और आवास विभाग, मध्य प्रदेश पुलिस, अयोध्या नागरिक निकाय, कानपुर स्मार्ट सिटी विभाग और नेशनल सेंटर फॉर गुड्स एंड गवर्नेंस के साथ-साथ कई अन्य सरकारी और प्रशासनिक बलों से शहरी, राज्यीय और राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग किया है। पिछलेवर्ष भी संस्थान ने उत्तरप्रदेश सरकार के सहयोग से एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत गोरखपुर संभाग के पांच जिलों के उत्थान और बाजार की प्रगति और महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने के लिए एक कार्य योजना भी तैयार की थी। संस्थान आने वाले वर्षों में राष्ट्र के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान देने और अनुसंधान और शिक्षा के मामले में और अधिक उपलब्धियां करने के लिए तत्पर है।