इंदौर : इंदौर संभाग के कमिश्नर मालसिंह के मार्गदर्शन में अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्र दूरदराज के गाँवों में स्वास्थ्य शिविर लगाये जाने की अनूठी पहल की जा रही है। इसी सिलसिले में इंदौर संभाग के खरगोन जिले के भगवानपुरा में आज ऐतिहासिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया।
इस शिविर में 13 हजार से अधिक ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर नि:शुल्क उपचार किया गया। दूरदराज के इस क्षेत्र में उपचार के लिये इंदौर के शासकीय तथा अशासकीय अस्पतालों के विशेषज्ञ चिकित्सक ग्रामीणों के स्वास्थ्य परीक्षण और उनके उपचार के लिये पहुँचे थे।
खरगोन जिले के इतिहास में इंदौर संभाग के कमिश्नर मालसिंह की पहल पर एवं जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के सहयोग से यह अब तक का सबसे बड़ा स्वास्थ्य शिविर है, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में आमजन ने अपनी स्वास्थ्य जांच कर उपचार कराया गया है। शिविर में चिन्हित जिन लोगों का यहां उपचार संभव नहीं है, उन लोगों के फोलोअॅप की भी व्यवस्था की गई है।
भगवानपुरा में स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ संयुक्त कमिश्नर संजय सराफ द्वारा संभागायुक्त मालसिंह के संदेश का वाचन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, विधायक एवं पूर्व विधायक और मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन डॉ.संजय दिक्षित, अधीक्षक डॉ.डी.के. शर्मा, जिला पंचायत के प्रभारी सीईओ पुरूषोत्तम पाटीदार, एसडीएम भास्कर गाचले, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एम.एस. सिसोदिया एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस शिविर में इंदौर से सभी विधाओं के 150 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों की जांच एवं उपचार के लिए उपस्थित थे। शिविर में मरीजों के पंजीयन के लिए 25 काउंटर एवं जनरल मेडिसीन के 30 काउंटर, दवाई वितरण के 25 काउंटर के साथ गर्भवती महिलाओं के साथ सिकलसेल एनीमिया सहित सम्पूर्ण इलाज एवं जांच की व्यवथा की गई थी। अलग-अलग बीमारियों की जांच के लिए अलग-अलग कक्ष बनाएं गए थे।
सुकन्या समृद्धि योजना में 10 दिव्यांग एवं मूक-बधिर बालिकाओं को गोद लिया गया
इंदौर संभाग के कमिश्नर मालसिंह द्वारा अत्यंत गरीब परिवार की 10 वर्ष तक की आयु की 10 दिव्यांग एवं मूक-बधिर बालिकाओं को गोद लेकर भारत सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना में डाकघर में खाते खुलवाएं गए हैं। खरगोन जिले की इन बालिकाओं को शिविर में डाकघर की पासबुक प्रदान की गई। इन बालिकाओं के 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर कमिश्नर मालसिंह द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना की मासिक किश्त जनसहयोग से जमा कराई जाएगी। इस योजना से लाभान्वित होने वाली बालिकाओं विनिता गंधारे,सलोनी,छाया,प्रियंका,पूर्णिमा,आरूषी,विशाखा,वैशाली, प्रियंका सोलंकी शामिल है।
संभागायुक्त मालसिंह की पहल से एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के साथ अरविंदो मेडिकल कॉलेज इंदौर, विशेष जुपिटर, सुयोग हॉस्पिटल एवं इंदौर के कई प्राइवेट चिकित्सालय संस्थाओं के करीबन 150 से अधिक चिकित्सकों ने स्वास्थ्य सेवाओं में अपना योगदान दिया। इस स्वास्थ्य सिविर में विभिन्न विधाओं की विशेषज्ञों, मेडिसिन विभाग, सर्जरी विभाग, ईएनटी ,नेत्र कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी ऑर्थोपेडिक्स डेंटल फिजियोथेरेपी के साथ-साथ अन्य विधाओं के चिकित्सक उपस्थित रहे। इस शिविर में पैथोलॉजी विभाग की तरफ से विभिन्न प्रकार की जांच भी की गई जिसमें खून की जांच,मूत्र की जांच,ब्लड प्रेशर की जांच,शुगर की जांच के साथ-साथ अन्य सभी प्रकार की जांच भी की गई । इस शिविर की विशेषता यह रही कि शिविर में महिलाओं की सोनोग्राफी जांच एवं ईको, ईसीजी, कॉर्डियों सहित सभी प्रकार की जांच की गई और एएनसी परीक्षण किए गए। स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा विभिन्न बीमारियों के साथ-साथ,कैंसर,नाक,कान,गला,हड्डी के चिकित्सकों द्वारा भी अपनी सेवाएं प्रदान की गई । इस शिविर में जिला चिकित्सालय खरगोन के चिकित्सकों एवं लगभग 526 पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा सेवाएं प्रदान की गई।
शिविर में चिकित्सको द्वारा कुछ ऐसी बीमारियां चिन्हित की गई है जिनका उपचार यहां संभव नहीं है, उनका उपचार एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर से संबद्ध समस्त चिकित्सालय में निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए संभागायुक्त द्वारा डॉ. डी.के. शर्मा को समन्वयक नियुक्त किया गया और उनका मंच से मोबाइल नंबर 9827347622 हितग्राहियों को प्रदान किया गया।