स्वाद के शौकीनों के लिए समोसा, जलेबी, लड्डू जैसी चीजें रोजमर्रा की आदत बन चुकी हैं, वहीं, सिगरेट को अधिकतर लोग एक जहर या लत मानकर उससे दूरी बनाते हैं. लेकिन अब जो बात सामने आई है, वह वाकई चौंकाने वाली है. हाल ही में भारत सरकार की हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है कि ज्यादा मीठा और तला-भुना खाना, सिगरेट जितना ही खतरनाक और जानलेवा हो सकता है.
क्या कहती है रिपोर्ट?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि चीनी और ट्रांस फैट की अधिकता से तैयार होने वाले खाद्य पदार्थों में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, मोटापा, और यहां तक कि दिल की बीमारियां तक होने की संभावना उतनी ही ज्यादा है, जितनी तंबाकू सेवन से होती है.

इनमें सबसे प्रमुख खाद्य पदार्थ हैं: समोसा, जलेबी, रसगुल्ला, लड्डू, नमकीन, बिस्किट, फ्रेंच फ्राइज, पेस्ट्री, केक आदि.
क्यों है ये खाना इतना खतरनाक?
1. ट्रांस फैट से भरपूर: इन सभी खाद्य पदार्थों को बनाने में डीप फ्राई और रिफाइंड ऑयल का बार-बार प्रयोग होता है, जिससे ट्रांस फैट बनता है — जो हृदय के लिए सबसे खतरनाक है.
2. अत्यधिक चीनी और रिफाइंड कार्ब्स: लड्डू, रसगुल्ला या जलेबी में मौजूद शुद्ध चीनी शरीर में इंफ्लेमेशन, वजन बढ़ना और इंसुलिन रेसिस्टेंस पैदा करती है.
3. नमक की अधिकता: नमकीन और पैकेज्ड स्नैक्स में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है.
हेल्थ मिनिस्ट्री की अपील
“देश में बढ़ती जीवनशैली की बीमारियों का सबसे बड़ा कारण सिर्फ तंबाकू नहीं, अत्यधिक तला-मीठा और प्रोसेस्ड खाना भी है.”
– स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान
मंत्रालय ने स्कूलों, कॉलेजों और दफ्तरों में ऐसे खाद्य पदार्थों की उपलब्धता को सीमित करने की सिफारिश की है और लोगों से आग्रह किया है कि वे ताजा, घरेलू और संतुलित आहार की ओर लौटें.
क्या करें अब? – हेल्दी रहने के आसान उपाय
हफ्ते में 1 बार से ज्यादा डीप फ्राई खाना न खाएं, घर में देसी घी में सीमित मात्रा में मिठाई बनाएं, बच्चों को हर दिन चॉकलेट या नमकीन देने की आदत न बनाएं, रोज 30 मिनट एक्सरसाइज और ताजे फल-सब्ज़ियों का सेवन करें.