अगर कोई व्यक्ति अचानक बेहोश हो जाए, तो अधिकतर लोग इसे कमजोरी, गर्मी या थकावट समझकर नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बेहोशी सिर्फ एक सामान्य शारीरिक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि कई बार यह किसी गंभीर और जानलेवा बीमारी का संकेत भी हो सकती है? मेडिकल साइंस के अनुसार, बेहोशी (जिसे Syncope कहा जाता है) तब होती है जब मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और ब्लड सप्लाई नहीं मिलती. इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि अचानक बेहोश होने के पीछे कौन-कौन सी बड़ी और खतरनाक वजहें हो सकती हैं, जिन्हें जानना और समय पर इलाज लेना बेहद जरूरी है.
1. दिल से जुड़ी समस्याएं– हार्ट अटैक या एरिथमिया यदि किसी व्यक्ति का दिल ठीक से नहीं धड़क रहा, या ब्लड पंप करने में असमर्थ है, तो मस्तिष्क तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती. इसका नतीजा – अचानक बेहोशी, हार्ट अटैक, लो ब्लड प्रेशर या एरिथमिया जैसे लक्षण तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
2. ब्रेन स्ट्रोक या न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम- जब मस्तिष्क की रक्त वाहिकाएं फट जाती हैं या ब्लड क्लॉट बनता है, तब भी व्यक्ति बेहोश हो सकता है. यह स्थिति बेहद खतरनाक होती है और तत्काल मेडिकल इमरजेंसी की मांग करती है. चेहरे की टेढ़ापन, बोलने में रुकावट और अचानक बेहोशी – ये स्ट्रोक के संकेत हो सकते हैं.
3. डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक- गर्मी के मौसम में ज्यादा पसीना, पानी की कमी और लू लगना भी बेहोशी का कारण बन सकता है. खासकर बुजुर्ग, बच्चे और मजदूर इस खतरे की चपेट में ज्यादा आते हैं. शरीर का तापमान बढ़ना, त्वचा का सूखना, सिर दर्द और चक्कर इसके शुरुआती लक्षण होते हैं.
4. ब्लड शुगर का अचानक गिरना (हाइपोग्लाइसीमिया)- डायबिटिक मरीजों में यह स्थिति आम है. यदि उन्होंने समय पर खाना नहीं खाया या इंसुलिन डोज ज्यादा हो गई, तो शरीर में ग्लूकोज का स्तर गिर जाता है, जिससे मस्तिष्क कमजोर हो जाता है. मीठा पानी या ग्लूकोज तुरंत देने से मरीज को होश आ सकता है.
5. स्ट्रेस, एंग्जायटी और पैनिक अटैक- अत्यधिक मानसिक तनाव, डर या पैनिक अटैक से भी व्यक्ति बेहोश हो सकता है. यह कारण शारीरिक से अधिक मानसिक होता है, लेकिन इसके प्रभाव उतने ही गंभीर हो सकते हैं. गहरी सांसें लेना, शांत माहौल में रखना और चिकित्सा परामर्श लेना जरूरी है.
6. ब्लड लॉस या अंदरूनी चोट- किसी दुर्घटना में अंदरूनी अंगों से खून बहना, जो बाहर से दिखाई नहीं देता, बेहोशी का कारण बन सकता है. यह स्थिति खतरनाक होती है क्योंकि मरीज को बिना लक्षण के ही ब्लड लॉस हो सकता है.
7. मिर्गी (Epilepsy) या अन्य न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर- मिर्गी के दौरे में अचानक झटके और बेहोशी होना आम है. इसे सामान्य बेहोशी समझ लेना बड़ी गलती हो सकती है. डॉक्टर से EEG और अन्य न्यूरोलॉजिकल टेस्ट करवाना चाहिए.
क्या करें अगर कोई बेहोश हो जाए?
. व्यक्ति को पीठ के बल लेटाएं
. उसके पैरों को थोड़ा ऊपर उठाएं
. आसपास की भीड़ हटाएं और हवा आने दें
. चेहरे पर ठंडा पानी छिड़कें
. यदि होश न आए तो तुरंत एम्बुलेंस (108/102) बुलाएं