अगर आप भी रोज सुबह उठने के बाद थकान महसूस करते हैं या बिना ज्यादा मेहनत के शरीर में दर्द और भारीपन रहता है, तो इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि बार-बार होने वाली थकान और मांसपेशियों में दर्द केवल काम की थकावट नहीं, बल्कि किसी वायरल संक्रमण, हॉर्मोनल असंतुलन या क्रॉनिक फैटीग सिंड्रोम का भी लक्षण हो सकता है.
वायरल इंफेक्शन की शुरुआत
वायरल संक्रमण कोई एक दिन में नहीं आता, बल्कि धीरे-धीरे शरीर में अपने लक्षण दिखाना शुरू करता है. कई बार बुखार आने से पहले ही थकावट, सिर दर्द और शरीर में दर्द शुरू हो जाता है.

ये हैं वायरल इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण:
1. लगातार थकान: बिना मेहनत के भी शरीर भारी लगने लगे, उठने का मन न करे.
2.मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: पीठ, टांगों, गर्दन या कंधे में हल्का या तेज दर्द.
3.हल्का सिर दर्द या भारीपन: जैसे कुछ ‘चढ़’ रहा हो दिमाग पर.
4. गले में खराश या सूजन: खासकर सुबह उठते वक्त महसूस हो.
5.भूख कम लगना या पाचन गड़बड़ होना: खाने का मन न करना या जी मचलना.
6.हल्का बुखार या कंपकंपी: शरीर में बुखार जैसा अहसास, भले तापमान सामान्य हो.
किन कारणों से बढ़ता है वायरल का खतरा?
वायरल संक्रमण तब होता है जब वायरस शरीर में प्रवेश कर अपनी संख्या बढ़ाने लगता है. कई बार हमारी जीवनशैली और मौसमी बदलाव इसके खतरे को और बढ़ा देते हैं.
1. मौसम बदलना (खासकर बरसात और ठंड के दौरान)
2. भीड़-भाड़ वाली जगहों में रहना
3. संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना
4. कमजोर इम्यून सिस्टम
5. नींद की कमी और खराब लाइफस्टाइल
बचाव कैसे करें?
रोज सुबह गुनगुना पानी पिएं और आंवला/गिलोय का सेवन करें, काढ़ा (तुलसी, अदरक, काली मिर्च, मुलेठी) पिएं, शरीर को डीटॉक्स रखने के लिए त्रिफला चूर्ण लें, योग और प्राणायाम करें, खासतौर पर कपालभाति और अनुलोम-विलोम करें.
डॉक्टर को कब दिखाएं?
अगर थकान या बदन दर्द के साथ बुखार, गले में दर्द, सांस लेने में परेशानी, या लगातार कमजोरी महसूस हो — तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.