आईआईएम इंदौर में कार्यकारी अधिकारियों के लिए सामान्य प्रबंधन कार्यक्रम (जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम फॉर एग्जीक्यूटिव इन दुबई – जीएमपीई बैच 9) का समापन कार्यक्रम 17 मार्च, 2023 को आयोजित हुआ। आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो.हिमाँशु राय; प्रोफेसर मनोज मोतियानी, कार्यक्रम समन्वयक, जीएमपीई; डॉ. महेश चोटरानी, संस्थापक – निदेशक, अनीसुमा प्रशिक्षण संस्थान; और मनोहर पंजाबी, निदेशक, अनीसुमा प्रशिक्षण संस्थान इस अवसर पर उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में कुल 43 प्रतिभागियों ने पाठ्यक्रम पूरा करने के अवसर पर प्रमाण पात्र प्राप्त किए।
प्रो. हिमाँशु राय ने कहा कि ये दिन प्रतिभागियों के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, न केवल इसलिएकि वेआज पाठ्यक्रम पूर्ण कर रहे हैं बल्कि इसलिएभी, कि यह अवसर उनकी एक नई यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। उन्होंने स्नातकों को सलाह दी कि वे विनम्र बने रहें और उन सभीकेप्रतिआभारीरहें जिन्होंने उनकी सफलता में योगदान दिया है। उन्होंने GMPe को एक नया अर्थ देते हुए ग्रिट (धैर्य), मीनिंगफुलनेस (अर्थ), पर्पस (उद्देश्य) और एक्सीलेंस (उत्कृष्टता)पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि धैर्य रखना केवल बहादुर होने के बारे में नहीं है, बल्कि यह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए निडर होने के बारे में है। उन्होंने जीवन में अर्थपूर्णता के महत्व पर प्रकाश डाला, और कहा कि संवेदनशील होने और इसके साथ आने वाले विशेषाधिकार को समझना आवश्यक है। एक सार्थक जीवन जीने में करुणाशील होना और ज़रूरतमंदों की मदद करना शामिल है। उन्होंने स्नातकों से आग्रह किया कि वे जीवन में अपने उद्देश्य की पहचान करें और एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए कल्पनाशील बनें। ‘उत्कृष्टता हासिल करने के लिए, अपनी क्षमता का पूरी तरह से उपयोग करना महत्वपूर्ण है। ऐसा करने में विफल होना भ्रष्टाचार के समान है, क्योंकि इसमें ईमानदारी की विकृति और स्वयं के प्रति बेईमानी शामिल है’, उन्होंने कहा। उन्होंने स्नातक बैच को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी।
प्रो. मनोज मोतियानी ने स्नातक बैचों को बधाई देते हुए आईआईएम इंदौर परिवार में नए कार्यकारी पूर्व छात्र शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने प्रतिभागियों को ज्ञान की खोज जारी रखने, अपने नेटवर्क को मजबूत करने, और अपने साथियों के साथ जुड़े रहने, संबंधों के निर्माण और पोषण के महत्व पर जोर देने की सलाह दी। डॉ. महेश चोटरानी ने पाठ्यक्रम पूरा करने परबधाईदी। उन्होंने कहा कि अबसंयुक्त अरब अमीरात और जीसीसी राष्ट्रों में आईआईएम इंदौर के पूर्व छात्रों कीसंख्या600 से अधिक होचुकीहै। मनोहर पंजाबी ने स्नातक बैच को बधाई देते हुए, इस पाठ्यक्रम को एक सशक्त मंच के रूप में देखने पर गहरी प्रसन्नता व्यक्त की, जो कॉलेज की यादों को पुनर्जीवित करता है। उन्होंने कहा कि इस पाठ्यक्रम में इंजीनियरिंग, वित्त और चिकित्सा जैसे विविध व्यवसायों के 60 वर्षीय प्रतिभागियों सहित सभी उम्र के पेशेवरों की भागीदारी देखी गई है। इसअवसरपर ‘बेस्टग्रुप्स’ की घोषणा भी की गयी।
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आईआईएम इंदौर और अनीसुमा प्रशिक्षण संस्थान की साझेदारी की शुरुआत के बाद से, जीएमपीई के नौ बैच, संयुक्त अरब अमीरात में कार्यकारी अधिकारियों के लिए रणनीतिक वित्तीय प्रबंधन के तीन बैच पूरे हो चुके हैं और जीएमपीई के दो बैच पहले से ही प्रक्रिया में हैं। कार्यकारी शिक्षा के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने और अपने अंतरराष्ट्रीय पूर्व छात्रों के आधार को मजबूत करने के लिए अगली तिमाही में दो और जीएमपीई बैच लॉन्च करने की योजना है।