भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे लीडस् टेस्ट मैच में बेन स्टोक्स ने जब टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया, तो लगा कि शुरुआती बढ़त इंग्लैंड के पास चली गई है, क्योंकि भारतीय कप्तान गिल भी पहले गेंदबाजी करना चाहते थे। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने ठोस शुरुआत दी। डेब्यू कर रहे साई सुदर्शन और करुण नायर को छोड़ दें, तो बाकी सभी ने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की।
पहले दिन भारत ने दिखाया दम
लीड्स टेस्ट का पहला दिन पूरी तरह टीम इंडिया के पक्ष में रहा। दिन का खेल खत्म होने तक गिल की अगुआई में भारतीय टीम ने सिर्फ 3 विकेट गंवाकर 359 रन जुटा लिए थे। गिल शतक जड़ चुके थे, जबकि पंत अर्धशतक के साथ शानदार लय में खेल रहे थे।

भारत ने पहली पारी में ठोके 471 रन
यशस्वी जायसवाल की ठोस शुरुआत के बाद शुभमन गिल और ऋषभ पंत की आक्रामक बल्लेबाजी की बदौलत टीम इंडिया ने पहली पारी में 471 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। हालांकि एक समय भारत बेहद मजबूत स्थिति में नजर आ रहा था, लेकिन अंतिम 7 विकेट महज 47 रन के अंदर गिरने से पारी की रफ्तार थम गई।
पंत ने जड़ा शतक
दूसरे दिन गिल और पंत ने उसी अंदाज़ में पारी को आगे बढ़ाया, जहां से उन्होंने पहले दिन खत्म किया था। दोनों ने आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखी और तेजी से रन जोड़े। पंत ने सिर्फ 146 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और भारत को 400 के पार पहुंचा दिया।
148 साल के टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
अगर इस मैच की बात करें तो यह बतौर कप्तान शुभमन गिल और उप-कप्तान ऋषभ पंत दोनों के लिए पहला मुकाबला था। टेस्ट क्रिकेट के 148 सालों में यह पहली बार हुआ जब किसी टीम के कप्तान और उप-कप्तान ने अपने डेब्यू मैच में शतक जड़ा हो।
गिल-पंत की साझेदारी ने मचाया तहलका
शुभमन गिल (147) और ऋषभ पंत (134) ने पांचवें विकेट के लिए शानदार 209 रन की साझेदारी की। उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर ही टीम इंडिया इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ 471 रन का मजबूत स्कोर खड़ा करने में सफल रही।