Raja Raghuvanshi Case : बिल्डिंग के कॉन्ट्रैक्टर की चालाकी बेनकाब, फ्लैट से गायब हुआ सबूतों से भरा सोनम का काला बैग, हिरासत में शिलाम

राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलांग पुलिस ने इंदौर से शिलाम जेम्स को हिरासत में लिया है, जिस पर सबूत छिपाने और संदिग्ध बैग गायब करने का शक है। जांच में सामने आया है कि बैग में 5 लाख रुपये और एक अवैध पिस्टल थी, जिसे ई-रिक्शा से भेजा गया था। पुलिस अब एक सुरक्षा गार्ड की भी तलाश कर रही है, जिसकी भूमिका संदेहास्पद मानी जा रही है।

Srashti Bisen
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राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी अब और उलझती जा रही है। इस हाई-प्रोफाइल केस में शिलॉन्ग पुलिस ने इंदौर के देवास नाका क्षेत्र स्थित हीराबाग कॉलोनी से शिलाम जेम्स नामक युवक को शनिवार को हिरासत में लिया है। शिलाम वही व्यक्ति है जिसने लोकेंद्र सिंह तोमर से पूरी बिल्डिंग ठेके पर लेकर उसे किराए पर चलाना शुरू किया था। पुलिस को आशंका है कि उसने इस पूरे मामले में अहम सबूतों को नष्ट करने या छिपाने का प्रयास किया।

साजिश से जुड़ा संदिग्ध बैग गायब

पुलिस को इस केस में एक और अहम सुराग तब मिला जब यह पता चला कि 31 मई को आरोपी विशाल ने नंदबाग निवासी ऑटो चालक सुनील उछावने का ई-रिक्शा ऑनलाइन बुक किया था। उस रिक्शा में एक बैग रखकर हीराबाग कॉलोनी भेजा गया, जिसे एक अज्ञात व्यक्ति ने पैसे देकर ले लिया। जब पुलिस ने बाद में फ्लैट की तलाशी ली, तो बैग वहां नहीं मिला। लेकिन सीसीटीवी फुटेज में शिलाम जेम्स अपनी कार में वही बैग लेकर जाते हुए साफ नजर आया, जिससे उसकी भूमिका और अधिक संदिग्ध हो गई।

शिलाम की भूमिका पर पहले दिन से संदेह

पुलिस की नजर शुरू से ही शिलाम पर थी, क्योंकि वह पूछताछ से बचता रहा। दो दिन तक बुलावे के बावजूद वह जांच टीम से बचता रहा। लेकिन आखिरकार शनिवार को उसकी लोकेशन ट्रेस करने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। मेडिकल जांच के लिए उसे एमवाय अस्पताल भी ले जाया गया।

खास बात यह रही कि पहले मीडिया में उसने बयान दिया था कि फ्लैट में कोई डीवीआर या सीसीटीवी रिकॉर्डिंग नहीं है, लेकिन पुलिस को ऐसे फुटेज मिले हैं जिसमें वह अपनी कार में संदिग्ध बैग ले जाते हुए साफ नजर आ रहा है।

ई-रिक्शा के जरिए हुआ बैग का ट्रांसफर

पुलिस जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि 31 मई को आरोपी विशाल ने नंदबाग के ऑटो चालक सुनील उछावने की ई-रिक्शा सेवा ली और उसी में वह बैग भेजा गया था। वह बैग हीराबाग कॉलोनी में एक अज्ञात व्यक्ति ने पैसे देकर ले लिया। अब तक की जांच में जो सबसे बड़ा सबूत मिला है, वह शिलाम की कार में उसी बैग का ले जाना है, जो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो चुका है।

सहयोगी गार्ड की तलाश में पुलिस

शिलॉन्ग पुलिस को जांच के दौरान यह भी जानकारी मिली कि अशोकनगर जिले के मदागन गांव का निवासी बलबीर उर्फ बल्ली अहिरवार भी इस साजिश में शामिल हो सकता है। बलबीर पहले उसी बिल्डिंग में चौकीदारी और कारपेंटर का काम करता था।

बताया जा रहा है कि हत्या के बाद सोनम जब वापस इंदौर लौटी, तो बलबीर उसी फ्लैट में मौजूद था। घटना के बाद वह अपने गांव लौट गया और मक्का की फसल बोने में जुट गया था। शनिवार सुबह शिलॉन्ग पुलिस अशोकनगर पहुंची और स्थानीय शाढ़ौरा पुलिस की मदद से बलबीर को पकड़कर इंदौर ले गई, जहां उससे पूछताछ की जाएगी।