कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाब नबी आजाद ने पार्टी से अलग होने के बाद से ही अपनी नई पार्टी बनने के लिए सुर्खियों में बने हुए थे। उन्होेने सोमवार को जम्मू के दौरे के दौरान अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया हैं। उनकी नई पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (Democratic Azad Party) है।
आजाद की पार्टी के लिए लगभग 1500 नाम उर्दू और संस्कृत के नाम उनके पास भेजे गए थे। जिसमें उन्होेने हिंदी और उर्दू का मिश्रण कर ‘हिन्दुस्तानी’ है। लेकिन उनका मानना है कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो. इसलिए पार्टी का ये नाम तय हुआ।
मीडिया से चर्चा के दौरान कहीं ये बात
जम्मू में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि, हमारी राजनीति जाति या धर्म पर आधारित नहीं होगी। हम सभी धर्मों और राजनीतिक दलों का सम्मान करेंगे। मैंने कभी किसी पार्टी या नेताओं पर निजी हमले नहीं किए। मैं नीतियों की आलोचना करता हूं. हमें राजनीतिक नेताओं के खिलाफ व्यक्तिगत हमले करने से बचना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर दौरे पर
बता दें कि गुलाम नबी आजाद तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं. कांग्रेस छोड़ने के बाद भी गुलाम नबी आजाद ने प्रदेश का दौरा किया था। इस दौरान गुलाम नबी आजाद ने नई पार्टी के लिए समर्थकों के साथ चर्चा की थी और दिल्ली में पार्टी के नाम को लेकर मंथन किया था. उन्होंने बताया था कि नई पार्टी की विचारधार उनके नाम की तरह होगी और इसमें सभी धर्मनिरपेक्ष लोग ही शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस पार्टी में थे इन अहम पदों पर
73 साल के गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। आजाद ने इस्तीफा देने के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी जमकर हमला बोला था। आजाद के इस्तीफे के बाद एक पूर्व उपमुख्यमंत्री, 8 पूर्व मंत्री, एक पूर्व सांसद, 9 विधायकों के अलावा बड़ी संख्या में पंचायती राज संस्थान के सदस्यों, जम्मू-कश्मीर के नगर निगम पार्षद और जमीनी स्तर के कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।