उत्तर भारत में अब मौसम करवट ले चुका है। पहाड़ी राज्यों में हुई बर्फबारी और देश के कई हिस्सों में लगातार बारिश के बाद ठंडक का असर दिखने लगा है। दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी इलाकों में सुबह-शाम की ठिठुरन महसूस होने लगी है। कई जगहों पर लोगों ने अब रात में पंखा, कूलर या एसी चलाना बंद कर दिया है। धीरे-धीरे मौसम में सर्दी की आहट तेज होती जा रही है और लोग हल्के कंबलों का सहारा लेने लगे हैं।
दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश का नया दौर
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताजा अनुमान के मुताबिक, दक्षिण भारत के कई राज्यों में अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 9 से 12 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल और माहे में कई इलाकों में झमाझम बारिश की संभावना जताई गई है। तेलंगाना में इन दिनों तेज हवाएं चलने की भी चेतावनी जारी की गई है। वहीं, ओडिशा में 9 से 11 अक्टूबर के दौरान बादल छाए रहेंगे और कई इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत में भी मौसम सक्रिय बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि 9 और 10 अक्टूबर को असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में रुक-रुक कर बारिश हो सकती है। वहीं, 10 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भी बारिश के आसार हैं। इन इलाकों में उमस भरा मौसम अब ठंडी हवाओं के साथ सुहाना होता जा रहा है।
राजस्थान में थम गई बारिश, धूप से लौटेगी रौनक
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में अब बारिश का सिलसिला थम चुका है। 9 अक्टूबर से प्रदेश का मौसम शुष्क रहेगा और आसमान साफ नजर आएगा। दोपहर में धूप खिलने से तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखी जाएगी, हालांकि सुबह और रात में हल्की ठंड बनी रहेगी। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि अब अगले एक सप्ताह तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। राज्य में अक्टूबर के आखिर या नवंबर की शुरुआत तक सर्दी अपने पूरे रंग में नजर आएगी। यानी जल्द ही मरुस्थलीय इलाकों में भी ठंडी हवाएं दस्तक देने वाली हैं।
बर्फ से ढके पहाड़: उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर में बढ़ी ठंड
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में इस सीजन की पहली बड़ी बर्फबारी ने सर्दी का असर और बढ़ा दिया है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। हिमाचल के कुल्लू, मंडी और लाहौल-स्पीति जिलों में भारी बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। लाहौल-स्पीति के गोंधला में 30 सेंटीमीटर, केलांग में 15 सेंटीमीटर, हंसा में 5 सेंटीमीटर और कुकुमसेरी में करीब 3.2 सेंटीमीटर बर्फ गिरी है। इस बर्फबारी के कारण मनाली-लेह हाईवे पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है, और सुरक्षा कारणों से लेह जाने वाले वाहनों को दारचा में रोक दिया गया है।
तापमान में गिरावट, शीतलहर की शुरुआत
मौसम विभाग ने बताया है कि बर्फबारी और बारिश के चलते पहाड़ी इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 से 6 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया है। वहीं अधिकतम तापमान में भी 7 से 14 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में शीतलहर जैसी स्थिति बन गई है। स्थानीय मौसम कार्यालयों का कहना है कि राज्य के मध्य और निचले पर्वतीय हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश भी हुई है, जिससे सर्दी का असर और गहराया है।
देशभर में बदल रहा है मौसम का मूड
देश के उत्तरी और मध्य हिस्सों में अब धीरे-धीरे मौसम बदलने लगा है। जहां दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में मानसून की आखिरी बारिशें जारी हैं, वहीं उत्तर भारत में सर्द हवाओं की शुरुआत हो गई है। दिल्ली-एनसीआर समेत मैदानी इलाकों में सुबह के वक्त हल्की धुंध और शाम को ठंडी हवा चलने लगी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अब आने वाले दिनों में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जाएगी और दिवाली तक ठंड अपने पूरे शबाब पर होगी।