UK में रहने वाले भारतीयों की नाराजगी! रिची-रिच वाली लाइफ.. ब्रिटेन चुनाव में ऋषि सुनक की हार की बड़ी वजहें

ravigoswami
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ब्रिटेन के आम चुनाव में कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है और मौजूदा प्रधान मंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को गद्दी से उतार दिया गया है। 650 सदस्यीय हाउस ऑफ कॉमन्स में चार ब्रिटिश भारतीयों ने भी अपनी जीत दर्ज की है. वे कौन हैं, यह जानने के लिए और पढ़ें। निवर्तमान प्रधान मंत्री, ऋषि सुनक ने उत्तरी इंग्लैंड से अपनी सीट बरकरार रखी है, लेकिन उनकी कंजर्वेटिव पार्टी ने लेबर पार्टी के 378 सीटें जीतने के बाद आम चुनावों में हार मान ली है। हार का सामना करने के बाद सुनक ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ष्सैकड़ों कंजर्वेटिव उम्मीदवारों, हजारों स्वयंसेवकों और लाखों मतदाताओं कोरू आपकी कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद, और आपके वोट के लिए धन्यवाद।

सुनक की हार पर कई कारण है। उनमें से भारतयों की नाराजगी भी प्रमुख मानी जा रही है। कहा जाता है कई भारतीय लेबर पार्टी के सपोर्टर माने जातें है। लेबर पार्टी भारत से संबंध रखने और बढ़ाने की बात करती रही है।

सुनक की लग्जरी लाइफ
सुनक इनफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति के दामाद है। उनकी वाइफ ब्रिटेन के राजा से भी ज्यादा अमीर हैं। इसी बीच उनपर टैक्स चुराने के आरोप भी लग रहे थे। जुलाई 2023 में सुनक स्कॉटलैंड के दौरे से लौटकर रेडियो को इंटरव्यू दे रहे थे। तभी प्रेजेंटर ने उनसे एक सवाल पूछा- आप हमेशा क्लाइमेट चेंज रोकने की बातें करते हैं। दूसरी तरफ, देश के अंदर यात्रा के लिए भी प्राइवेट जेट का इस्तेमाल करते हैं। इससे भी तो कार्बन इमिशन यानी कार्बन उत्सर्जन होता है। जिसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई।

अर्थव्यवस्था बनी गले की फांस
ब्रिटेन में 70 साल के इतिहास में टैक्स की दरें सबसे ज्यादा हैं। सरकार के पास लोगों पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं। जिससे लोगों में काफी नाराजगी थी। इतना ही नही साल 2020३ दुनिया कोरोना के जाल में फंसी थी। ब्रिटेन की सरकार इससे बच निकलने के लिए योजना बनाती है। इकोनॉमी को पटरी पर लाने के लिए 280 बिलियन पाउंड यानी 29 लाख करोड़ रुपए खर्च करती है।

यूक्रेन युध्द में कूदना
अमेरिका की अगुआई में यूरोप के देशों ने रूस से तेल और गैस खरीदना बंद कर दिया। नतीजा यह हुआ कि वहां, गैस और तेल के दाम आसमान छूने लगे। महंगाई दर बढ़कर 5ः से ज्यादा हो गई। लोगों के लिए जरूरत का सामान खरीदना मुश्किल होने लगा। जिसके बाद से लोगों ने सवाल उठाए।

एंटी इनकम्बेंसी का होना
प्रधानमंत्री सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी पिछले 14 साल से सत्ता में बनी हुई है। पार्टी ने पिछले 14 सालों में अब तक 5 प्रधानमंत्री बनाए हैं। साल 2010 में डेविड कैमरन कंजर्वेटिव पार्टी से प्रधानमंत्री के तौर पर जीते थे। इसके बाद साल 2015 में उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी ने दूसरी जीत हासिल की थी।