चीन के शंघाई शहर की रहने वाली 66 वर्षीय महिला वांग इन दिनों ऑनलाइन शॉपिंग की वजह से सुर्खियों में हैं। उन्हें ऑनलाइन सामान खरीदने की इतनी बुरी लत लग गई है कि अब तक वे करीब 2.3 करोड़ रुपये (2 मिलियन युआन) का सामान ऑर्डर कर चुकी हैं। हालत यह हो गई है कि उनके घर में चीजें रखने की जगह नहीं बची, और उन्हें एक अलग फ्लैट किराए पर लेना पड़ा। वह शंघाई के जियाडिंग जिले में अकेली रहती हैं और बीते कुछ वर्षों में लगातार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से सौंदर्य प्रसाधन, हेल्थ सप्लिमेंट्स और आभूषण जैसी चीजें मंगाती रही हैं।
घर बन गया गोदाम, पड़ोसी भी परेशान

वांग के घर का हर कोना पैकेज और डब्बों से भरा पड़ा है। उनका अंडरग्राउंड गैराज भी सामान से पूरी तरह भर चुका है। पड़ोसियों ने शिकायत की है कि उनके घर से दुर्गंध आती है और मक्खी-तिलचट्टों की भरमार रहती है। कई डब्बे तो अब तक खोले भी नहीं गए हैं। वांग खुद मानती हैं कि उन्हें इस लत से खुशी मिलती है। वे अक्सर ऑनलाइन लाइव-स्ट्रीमिंग के दौरान बिना रुके खरीदारी करती हैं।
पैसा खर्च करने की है मनोवैज्ञानिक वजह
वांग ने अपनी आदत के पीछे की वजह भी बताई है। उन्होंने कहा कि पहले उनका फ्लैट शहर के बीचोंबीच था, जिसे बेचकर उन्होंने उपनगरीय इलाक़े में घर खरीदा। इसके बाद लोग उन्हें अमीर समझने लगे और अक्सर पैसे उधार मांगने आ जाते थे। इसलिए उन्होंने तय किया कि वह पैसा चीज़ें खरीदने में खर्च कर दें, ताकि कोई उनसे उधार मांगने की हिम्मत न करे। उनका कहना है कि खर्च करने से उन्हें मानसिक सुकून मिलता है, भले ही सामान कभी खोला न जाए।
इलाज जरूरी, लेकिन आसान नहीं
रेजिडेंशियल कमेटी ने वांग के रिश्तेदारों से संपर्क कर उनकी आदतों को बदलने की कोशिश की, लेकिन खास सफलता नहीं मिली। पिछले साल मई में उनकी अनुमति से एक सफाई अभियान चलाया गया था, मगर थोड़े ही समय में वांग ने फिर से सामान जमा करना शुरू कर दिया। शंघाई के मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. शी यानफेंग के मुताबिक, यह हॉर्डिंग डिसऑर्डर नाम की मानसिक स्थिति हो सकती है, जिसमें व्यक्ति सामान छोड़ नहीं पाता और लगातार जमा करता रहता है। इसका इलाज लंबा होता है और इसमें पेशेंट को समय, देखभाल और सहयोग की ज़रूरत होती है।