भारत अपनी जैव विविधता और प्राकृतिक संपदाओं के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। यहां के जंगल, पहाड़, रेगिस्तान, द्वीप और घाटियाँ कई ऐसे दुर्लभ जीवों का घर हैं, जो पूरी दुनिया में सिर्फ भारत में ही पाए जाते हैं। ये जानवर न केवल भारत की प्राकृतिक धरोहर हैं, बल्कि हमारी पारिस्थितिकी का भी एक अहम हिस्सा हैं। इन जीवों को बचाने के लिए लगातार संरक्षण प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन फिर भी कुछ प्रजातियाँ अब भी संकट में हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही दुर्लभ जानवरों के बारे में।
1. एशियाटिक शेर (Asiatic Lion)
एशियाई शेर सिर्फ गुजरात के गिर राष्ट्रीय उद्यान में पाया जाता है। इसका शरीर अफ्रीकी शेर से थोड़ा अलग होता है, जैसे कि इसकी पूंछ में झबरा बाल और पेट पर ढीली त्वचा होती है। हाल के वर्षों में इनकी संख्या बढ़ी है, लेकिन यह अभी भी संकटग्रस्त श्रेणी में आते हैं।
2. संगाई हिरण (Sangai Deer)
इसे “डांसिंग डियर” भी कहा जाता है क्योंकि इसका चलने का अंदाज बेहद खास होता है। यह केवल मणिपुर के कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान में मिलता है, जो तैरते हुए घास के मैदानों के लिए प्रसिद्ध है। इसका आवास तेजी से खत्म हो रहा है, इसलिए इसे बचाने के प्रयास चल रहे हैं।
3. नीलगिरी तहर (Nilgiri Tahr)
यह पहाड़ी बकरी केवल पश्चिमी घाटों के नीलगिरी पहाड़ों में पाई जाती है। इसका अस्तित्व खतरे में है क्योंकि इसके आवास को खत्म किया जा रहा है और शिकार भी किया जाता है। कुछ संरक्षण प्रोजेक्ट इनके लिए विशेष रूप से चलाए जा रहे हैं।
4. लायन-टेल्ड मकाक (Lion-tailed Macaque)
यह एक बंदर की प्रजाति है जिसकी पूंछ शेर जैसी होती है। यह केवल केरल और कर्नाटक के वर्षा वनों में पाया जाता है। इसके निवास स्थान की कटाई और विखंडन के कारण इसकी संख्या तेजी से घट रही है।
5. मलाबार सिवेट (Malabar Civet)
यह भारत के सबसे दुर्लभ स्तनधारियों में से एक है, जो संभवतः विलुप्त हो चुका है। यह सिर्फ केरल के पश्चिमी घाटों में मिलता था। अब इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है और इसे खोजने और बचाने के प्रयास चल रहे हैं।
6. अंडमान वाइल्ड बोर (Andaman Wild Boar)
यह जंगली सूअर अंडमान द्वीप के घने जंगलों में पाया जाता है। इसका शरीर मजबूत और रंग गहरा होता है। यह द्वीप की परिस्थितियों के अनुसार ढल चुका है।
7. पिग्मी हॉग (Pygmy Hog)
यह दुनिया की सबसे छोटी जंगली सुअर प्रजाति है और केवल असम के मानस राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाती है। इसके आवास को नष्ट किया जा रहा है, इसलिए इसे बचाने के लिए कैप्टिव ब्रीडिंग और आवास पुनर्स्थापन परियोजनाएं चलाई जा रही हैं।
8. निकोबार मेगापोड (Nicobar Megapode)
यह एक अनोखा पक्षी है जो अपने अंडों को मिट्टी के ढेर में दबाकर प्राकृतिक गर्मी से सेता है। यह सिर्फ निकोबार द्वीपों में पाया जाता है। इसके संरक्षण की दिशा में कई प्रयास किए जा रहे हैं।
9. हिमालयी भेड़िया (Himalayan Wolf)
यह भेड़ियों की एक खास प्रजाति है जो लद्दाख और हिमालय के ऊंचे इलाकों में पाई जाती है। यह जेनेटिक रूप से भी बहुत अलग है। इसके आवास को बचाने की जरूरत है ताकि यह विलुप्त न हो।
10. अंडमान सफेद सिर वाली स्टार्लिंग (Andaman White-headed Starling)
यह एक दुर्लभ पक्षी है जो सिर्फ अंडमान द्वीप में मिलता है। इसका सफेद सिर और काला शरीर इसे अन्य पक्षियों से अलग बनाते हैं। इसकी संख्या कम हो रही है, इसलिए इसके निवास को बचाने की जरूरत है।