धनतेरस का पर्व कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाता है। धनतेरस के दिन खरीदारी करना बहुत शुभ माना जाता है। पुरानी हिन्दू की धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन खरीदारी से घर में समृद्धि होती है। इस दिन आप छोटे छोटे उपाय एवं पूजा करके अपना बड़ा बड़ा काम कर सकते है। आईये हम आपको इस दिन का महत्व बताते है और इस दिन आप क्या कर सकते हो वो भी पको बताते है।
धनतेरस का महत्व
धनतेरस का दिन यमराज की पूजा वाला दिन है। हिन्दू के पुराण जिसका नाम पद्म पुराण है उसके अनुसार इस दिन मराज के निमित्त विधि विधान से दीपदान करने से अकाल मृत्यु नहीं होती है। बस तब से ही धनतेरस के दिन यम दीपदान का प्रचलन शुरू हुआ।
धनतेरस के दिन समुद्र मंथन से अमृत कलश लिए भगवान धन्वन्तरि प्रकट हुए थे। इस दिन इनका प्राकट्य होने से धन्वन्तरि भगवान की पूजा कर रोगमुक्त स्वस्थ्य जीवन की याचना की जाती है। आयुर्वेद के विद्वान तथा वैद्य भगवान धन्वन्तरि की प्रतिमा स्थापित कर उनका पूजन श्रद्धा भक्ति से करते हैं। इस दिन दीर्घ जीवन तथा आरोग्य लाभ के लिए मंगल कामना की जाती है। धनतेरस के दिन प्रदोष काल में पूजा का समय सायं 5:38 बजे से 7:16 बजे के बीच उत्तम है
यह करे इस दिन
धनतेरस के दिन धन और कुबेर की पूजा करना चाहिए।
इस दिन चांदी खरीदना अत्यंत शुभ माना गया है। धनतेरस के दिन चांदी खरीदने से से धन समृद्धि बढ़ती है।
धनतेरस वाले दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार के बाहर एक पात्र में अन्न रखकर उसके ऊपर यमराज के निमित्त दक्षिणा मुख चौमुखा दीप जलाकर उसका कंकू आदि से पूजन करें। उस समय यह मंत्र बोले –
मृत्युना पाशहस्तेन कालेन भार्यया सह।
त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यज: प्रियतामिति।।