Corona Virus Indore : आज ही के दिन दो साल पहले इंदौर (Indore) में कोरोना का तांडव शुरू हुआ है। इस ही दिन से लोगों में कोरोना (Corona) की पुष्टि होना शुरू हो गई थी। जिसके बाद धीरे धीरे कोरोना ने आतंक रूप ले लिया। जिसके बाद कई लोगों ने अपनी जान भी गवा दी। तब ना ही कोई गाइडलाइन तय हुई थी न ही कुछ विशेष इंतजाम। ऐसे में कही भी एक भी मरीज मिलने पर उन्हें सीधा क्वारेंटाइन किया जा रहा था और घर को सील किया जा रहा था। उस समय हर तरफ दहशत का माहौल था।
जिसके बाद अब धीरे धीरे लोगों का डर कम हुआ है। अब जाकर सब कुछ नार्मल होता जा रहा है। लेकिन पहले कोरोना की पहली लहर के मुकाबले कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को डरा कर रख दिया था। कोई इंजेक्शन की जुगाड़ में लगा हुआ था तो कोई अस्पताल में जगह मिलने का इंतजार कर रहा था। जानकारी के मुताबिक, मार्च-अप्रैल 2021 में शुरू हुई कोरोना की दूसरी लहर में 45 दिन के अंदर ही इंदौर में 50 हजार से ज्यादा संक्रमित मिल चुके थे। तब भी 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी थी।
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ऐसे में जैसे-जैसे कोरोना का संक्रमण बढ़ने लगा वैसे-वैसे मेडिकल कालेज की लैब की क्षमता भी बढ़ती रही। रोजाना हजारों की संख्या में लोगों के टेस्ट हुए और जांच के सैंपल लिए गए। बड़ी बात ये है कि कोरोना की दूसरी लहर में इंदौर में करीब 37 लाख 69 हजार 199 सैंपल की जांच की गई। इसमें से 2 लाख 7 हजार 723 लोगों कोरोना संक्रमित पाए गए। हालांकि इनमें से 2 लाख छह हजार 232 लोग कोरोना को पूरी तरह से हराकर ठीक हो चुके हैं।