रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज भी शराब नीति मामले में ईडी सामने पेश नहीं होंगे। बता दें कि 22 फरवरी को एक बार फिर ईडी ने शराब घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया था। एजेंसी ने उन्हें 7वां समन भेजकर 26 फरवरी को पूछताछ के लिए आने को कहा था। जांच एजेंसी ईडी ने इस बार अरविंद केजरीवाल को 7वीं बार समन भेजा था।
AAP ने कहा, ‘ED को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए’
दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल अभी तक एक बार भी एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं। AAP ने एक बयान जारी कर कहा- मामला कोर्ट में लंबित है और इसकी सुनवाई 16 मार्च को है। रोजाना समन भेजने की जगह ED को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। हम I.N.D.I. अलायंस नहीं छोड़ेंगे। मोदी सरकार को इस तरह हम पर दबाव नहीं बनाना चाहिए।
‘भाजपा मुझे गिरफ्तार करवाना चाहती’
ईडी के द्वारा इससे पहले भेजे गए समन को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बदले की कार्रवाई बताया था। ईडी ने इससे पहले सीएम केजरीवाल को 17 जनवरी, 3 जनवरी, 21 दिसंबर और 2 नवंबर को समन भेजा था। लेकर अरविन्द केजरीवाल एक बार भी पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। चौथे समन के दौरान केजरीवाल ने कहा था कि भाजपा मुझे गिरफ्तार करवाना चाहती है, ताकि मैं लोकसभा चुनाव में प्रचार न कर सकूं।
क्या कहता है कानून?
बता दें कि कानून के अनुसार, अगर सीएम केजरीवाल बार-बार ईडी के सामने पेश नहीं होंगे तो जांच एजेंसी ईडी उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी कर सकती है। अगर इसके बाद भी वह पेश नहीं होते तो ईडी धारा 45 के तहत गैर जमानती वारंट जारी कर सकती है। ED को यदि केजरीवाल के खिलाफ कुछ सबूत मिलते है या उनके द्वारा सही जवाब ना मिलने पर ईडी उन्हें गिरफ्तार कर सकती हैं।