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इंदौर: गांधी के विचारों को समझने का बड़ा मौका, 10-11-12 दिसम्बर को राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन
इंदौर। किसी भी राष्ट्र के विकास की पहली अहम शर्त है कि वहां की आंतरिक शांति और राष्ट्र के नागरिकों का अपने वतन के प्रति समर्पण भाव और अपने कर्तव्यों
निराशा के भंवर में युवाओं के सपने!
ज्वलंत/जयराम शुक्ल इंदौर के भंवरकुआं को अब ट्ंट्य मामा भील के नाम से जाना जाएगा। ट्ंट्या मामा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे उनके गाँव पातालपानी रेल्वे स्टेशन को भी उन्हीं के
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे
आज अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस है, शरद जोशी हम भारतीयों के लिए इसका स्वस्तिपाठ बहुत पहले लिख गए थे। इस संसारसागर से मोक्ष चाहते हैं तो पूरा पढ़ें और वाचन
बिपिन रावत गहरी साजिश से मारे गए, दुर्घटना नहीं, देश के दुश्मनों की साजिश है
आचार्य विष्णुगुप्त दुर्घटना कहने वाले कहते रहें। मैं नहीं मानता। मैं अनुभवों और परिस्थिति जन्य जानकारियों के आधार पर यह कह सकता हूं कि चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ सीडीएस विपिन
कार में पानी की बोतल रखना पड़ा भारी, युवक की चली गई जान
दिल्ली : कभी-कभी हमारी एक गलती ही हमें भारी पड़ जाती है। जिसकी वजह से हमें काफी परेशान होना पड़ता है। दरअसल, ऐसा ही कुछ मामला देखने को मिला है,
आदिवासी नायक ‘टंट्या’ को लेकर ‘दिव्य दृष्टि’.
दिनेश निगम ‘त्यागी’ भाजपा नेतृत्व खासकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मन में अचानक आदिवासी नायकों को लेकर प्रेम व सम्मान हिलोरे मार रहा है। पहले भगवान बिरसा मुंडा की
पंचायत संशोधन अध्यादेश 2021 के विरुद्ध जारी किया गया नोटिस
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय, खंडपीठ इंदौर एवं ग्वालियर में मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज (संशोधन) अध्यादेश, 2021 को चुनौती दी गई है। इसके अलावा संविधान के अनुच्छेद 243-ओ एवं पंचायत
विश्व रिकार्ड की तैयारी, प्रभु राम के अखंड काव्यार्चन देवेंद्र बंसल भी लेंगे भाग
अंतरराष्ट्रीय संस्था साहित्यिक कला सांस्कृतिक न्यास सहित्योदय के तत्वाधान में जैन रामायण चोबिस घंटे पाँच व छः दिसंबर को भगवान श्री राम पर रामायण से जुड़ी रचनाओं का अखंड काव्यार्चन
कांग्रेस के स्पेस पर टिकी सत्ता और प्रतिपक्ष की ‘गिद्ध दृष्टि’ …!
अजय बोकिल भारतीय राजनीति का यह दिलचस्प मोड़ है। दिलचस्प इसलिए क्योंकि, जहां एकतरफ भाजपा (एनडीए) कांग्रेस के खत्म होते जाने में अपने लिए सत्ता का स्थायी स्पेस देख रही
क्या भागवत हिंदुओं को (अहिंसक) उग्रवादी बनाना चाहते हैं ?
-श्रवण गर्ग संघ प्रमुख मोहन भागवत अगर एक लम्बे समय से सिर्फ़ एक बात दोहरा रहे हैं कि हिंदुओं को ताकतवर बनने (या उन्हें बनाए जाने) की ज़रूरत है तो
ओमीक्रॉन वायरस डेल्टा की तुलना में कई गुना ज्यादा खतरनाक – डॅा. तनय जोशी
Indore News : पिछले दो वर्ष से हम कोरोना महामारी के गंभीर परिणामों से भलीभांति परिचित हो चुके हैं किन्तु सबकुछ जानते हुए भी लापरवाही पूर्ण हमारा रवैया ठीक नहीं
कृषि कानून वापसी कहीं ‘रोलबैक सरकार’ की नींव न रख दे…!
अजय बोकिल मोदी सरकार ने वादे के मुताबिक विवादित तीन कृषि कानूनों को विविधवत वापस ले लिया है, वापसी का बिल लोकसभा व राज्यसभा में बिना चर्चा के विपक्ष के
क्या यह गलत परंपरा की शुरुआत नहीं
दिनेश निगम ‘त्यागी’ अंग्रेजों की याद दिलाने वाले भोपाल के मिंटो हाल का नाम भाजपा के पितृ पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे के नाम करने की घोषणा गले नहीं उतरी। भाजपा के
फुले सामाजिक समरसता के अग्रदूत
पुण्यतिथि: महात्मा ज्योतिबा महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 को पुणे में हुआ था. उनकी माता का नाम चिमणाबाई और पिता का नाम गोविन्दराव था. महात्मा ज्योतिबा फुले
सरकारी नौकरी में किराए के मकान में रहना बड़ा मुश्किल होता है
रविवारीय गपशप लेखक – आनंद शर्मा सरकारी नौकरी में स्थानांतरण होने पर सबसे पहली फ़िक्र जो होती है , वो ये है कि मकान का क्या होगा । सरकारी मकान
आर्ट ऑफ़ लिविंग प्रस्तुत करता है रजिता कुलकर्णी बग्गा द्वारा ‘द अननोन एज’
मुंबई शहर में हुए सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक 26/11 के घटित होने के 13 साल बाद भी उस दिन की यादें उस हमले में जीवित बचे लोगों
बच्चन जी दो लोकगीत जो कविसम्मेलनों में मधुशाला से भी ज्यादा सुने-सराहे जाते थे!
जयराम शुक्ल भाषा और बोली के सामर्थ्य को लेकर चल रहे विमर्श के बीच हरिवंशराय बच्चन जी की ११३वीं जयंती पर उनके दो लोकगीत ‘सोन मछरी’ व ‘महुआ’ याद आ
क्या हार में क्या जीत में’ लिखी तो सुमनजी ने पर अधिसंख्य इसे अटलजी की मानते है…ऐसा क्यों ?
जयराम शुक्ल आज राष्ट्रकवि डा.शिवमंगल सिंह सुमनजी की पुण्यतिथि है। सुमनजी, दिनकरजी की तरह ऐसे यशस्वी कवि थे जिनकी हुंकार से राष्ट्रअभिमान की धारा फूटती थी। संसद में अटलजी ने
सहजता और करुणा को अपनाना ही कबीर को सच्ची श्रद्धांजलि है
इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल के आज दोपहर के सत्र में डॉ पुरुषोत्तम अग्रवाल ने अकथ कहानी प्रेम की कबीर के हवाले से विषय पर बोलते हुए कहा कि कबीर दास जी
सोशल मीडिया पर बैन लगाना कहीं से भी जायज नहीं है -डॉ आनन्द रंगनाथन
इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल में आज डॉ आनंद रंगनाथन ने कहा कि सोशल मीडिया पर बैन लगाना कहीं से भी जायज नहीं है उन्होंने कहा कि इस तरह के प्लेटफार्म पर