नई दिल्ली : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में सोमवार को भाजपाइयों ने कमल नाथ को काले झंडे दिखाए। जिसके बाद इस मामले में भाजपा के 38 नेता कार्यकर्ताओं पर एफआईआर नेपानगर पुलिस थाने में दर्ज करवाई गई है। ये काले झंडे पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस के नेतृत्व में दिखाए गए है। साथ ही कमलनाथ के खिलाफ नारे बाजी भी जमकारी की गई।
आपको बता दे, भाजपा ने नेपानगर के डवाली गांव के पास पहुंचे और नाथ के सभा में जाने के दौरान काले झंडे दिखाए। इस विरोध के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे, नेपानगर परिषद अध्यक्ष राजेश चौहान, नरहरि दीक्षित, राजा जंगाले, पवन राजे, अरुण सोनी सहित अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे हैं। वहीं इससे पहले मौन उपवास का भी विरोध बीजेपी द्वारा किया गया था।
जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा कि मन में सवाल उठ रहा है कि क्या स्त्री होना पाप है। अनुसूचित जाति में जन्म लेने वाली महिला को एक पूर्व मुख्यमंत्री भी चौराहे पर अपमानित करेगा। एक महिला की गरिमा को इस तरह तार-तार किया जाएगा तो देश और प्रदेश की जनता सहन नहीं करेगी।
ऐसी ओछी मानसिकता रखने वाला व्यक्ति जब मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदारी वाले पद पर होगा तो प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ना स्वाभाविक है। उनके अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने कहा कि मुख्यमंत्री जैसे बड़े ओहदे पर बैठने वाले ऐसे नेता को महिलाओं के प्रति इस तरह अपमानजनक बातें नहीं बोलनी चाहिए। यह उन्हें शोभा नहीं देता। इससे उनकी ओछी मानसिकता साफ नजर आती है।