सियासी गाने से विकास की धुन बजाने के साथ भाजपा ने बजाई विपरीत पार्टी की बैंड

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) को लेकर हर दिन नई सियासी (political) जंग छिड़ती दिखाई पड़ रही है। पार्टी के प्रचार को लेकर तरह-तरह के हथकंडे अपनाने के बाद अब तमाम पार्टियाँ सियासी गानों के माध्यम से दो धारी तलवार से वार करने में ज़रा भी चूक नहीं होने दे रही हैं। ये गाने देसी देसी माइक्रोब्लॉगिंग ऐप, कू पर खूब वायरल हो रहे हैं।

बीते दिनों आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी समेत कई छोटी-बड़ी पार्टियों ने अपने सियासी गानों के मध्यान से प्रचार के झंडे गाढ़े थे कि अब भाजपा ने भी बड़े ही दिलचस्प भोजपुरी गाने के साथ अन्य पार्टियों को धोबी-पछाड़ लगाई है। इसके साथ ही एक गाना पूरी तरह भाजपा के सत्ता में आने के बाद हुए सकारात्मक बदलावों की गाथा गाता है।

इस प्रकार एक नहीं, बल्कि दो गानों की वीडियोज़, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कू के मंच पर हाल ही में पोस्ट की है। इस पोस्ट में उन्होंने कहा है:

“गुंडा ले आई, माफिया ले आई। गरीबन के भूमि कब्जाई।
समाजवाद बबुआ के, एहि तरे आई।
फसादवाद उनके, एहि तरे आई…

#आएगीबीजेपीही”

‘समाजवाद बबुआ के, एहि तरे आई’ नाम के इस गाने में नकाबपोश मंडली समाजवादी पार्टी के काले चिट्ठे खोलती दिखाई दे रही है।

बताते चलें कि कुछ दिनों पहले भी एक पार्टी ने भोजपुरी अंदाज़ में चुनावी प्रचार करने का फैसला किया था, जिसका उसी भाषा में भाजपा ने आज करारा जवाब दे दिया है।

वहीं अन्य सियासी गाने का नाम ‘धुन विकास की बजते’ है, जिसमें बीते वर्षों में भाजपा द्वारा देश के लिए किए गए नेक कार्यों की गाथा बताई गई है। यह गाना मातृभाषा हिंदी में ही बनाया गया है।