घर में धन और सुख चाहिए? तो तुलसी का पौधा चुनते वक्त न करें ये गलती – जानिए कौन है शुभ!

भारतीय संस्कृति में तुलसी का पौधा सिर्फ एक औषधीय जड़ी-बूटी नहीं, बल्कि एक पवित्र देवी का स्वरूप माना जाता है.

Kumari Sakshi
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हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में तुलसी का पौधा अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है. तुलसी न केवल एक धार्मिक प्रतीक है, बल्कि इसे घर में सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य लाभ लाने वाला भी माना जाता है. भारतीय संस्कृति में तुलसी का पौधा सिर्फ एक औषधीय जड़ी-बूटी नहीं, बल्कि एक पवित्र देवी का स्वरूप माना जाता है. कहा जाता है कि जिस घर में तुलसी का वास होता है, वहां नकारात्मक ऊर्जा नहीं ठहरती और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुलसी के भी अलग-अलग प्रकार होते हैं — और गलत तुलसी का पौधा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा रुक सकती है?

तुलसी के मुख्य प्रकार
भारत में प्रमुखतः दो प्रकार की तुलसी को पूजा और घरेलू उपयोग में लिया जाता है.

1.रामा तुलसी (श्वेत तुलसी) – हल्के हरे रंग की पत्तियां, मधुर सुगंध

2. श्यामा तुलसी (कृष्ण तुलसी) – गहरे बैंगनी रंग की पत्तियां, तेज गंध और आयुर्वेद में अधिक उपयोग

घर में किस तुलसी को लगाना होता है शुभ?
.रामा तुलसी (सुख-शांति और समृद्धि का प्रतीक) वास्तु शास्त्र के अनुसार रामा तुलसी को घर में लगाना सबसे शुभ और फलदायी माना गया है. यह तुलसी गृहस्थ जीवन को संतुलित रखती है और पारिवारिक कलह दूर करती है. मान्यता है कि रामा तुलसी घर में धन, सुख और शांति का प्रवाह बढ़ाती है. इसे देवी लक्ष्मी का प्रिय पौधा भी कहा गया है.

.श्यामा तुलसी (शक्ति और साधना में उपयोगी) श्यामा तुलसी मुख्यतः तंत्र, मंत्र, ध्यान और पूजा विधियों में प्रयोग की जाती है. यह तुलसी ऊर्जावान और तेज प्रभावशाली मानी जाती है, लेकिन इसे गृहस्थ जीवन के लिए कम उपयुक्त कहा गया है. कई धर्मग्रंथों में श्यामा तुलसी का उपयोग विशेष पूजा जैसे हनुमान या भैरव उपासना में बताया गया है.

लोग क्या गलती करते हैं?
अक्सर लोग बिना जानकारी के किसी भी प्रकार की तुलसी घर में लगा लेते हैं. जबकि श्यामा तुलसी साधना और मंदिरों के लिए उपयुक्त है, और रामा तुलसी को घर के आंगन, बालकनी या पूजा स्थान में लगाना ज्यादा शुभ माना जाता है.