विस्फोटक बल्लेबाज ने एक ओवर में जड़े 45 रन, लगाए 5 छक्के सहित कई चौके, रचा क्रिकेट इतिहास का नया कीर्तिमान

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By Kalash TiwaryPublished On: August 2, 2025
usman ghani

क्रिकेट के मैदान पर जब तूफान आते हैं तो सिर्फ पिच नहीं, स्कोर बोर्ड भी कांप जाता है। ऐसा ही तूफान 1 अगस्त को इंग्लैंड में देखने को मिला, जहां खेले गए ECS T10 टूर्नामेंट में विस्फोटक बल्लेबाज ने एक ओवर में 45 रन ठोक दिए। इसके साथ ही बल्लेबाज ने प्रोफेशनल क्रिकेट का अब तक का सबसे बड़ा ओवर खेल डाला है और इसके साथ ही विश्व रिकॉर्ड में नए कीर्तिमान रचे हैं।

इंग्लैंड में खेले जा रहे ECS T10 टूर्नामेंट में अफगानिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज उस्मान गनी ने एक ओवर में 45 रन ठोकते हुए प्रोफेशनल क्रिकेट में तहलका मचा दिया है। लंदन काउंटी क्रिकेट क्लब और गिल्डफोर्ड के बीच खेले गए मुकाबले में लंदन की ओर से ओपनिंग करते हुए गनी ने गिल्डफोर्ड के गेंदबाज बिल एर्नी के एक ओवर में 45 रन ठोक डाले हैं।

एक ओवर में ठोके 45 रन 

दरअसल गनी ने इस ओवर में पहले 6 + नो बॉल, 6, 4 + वाइड, 6, 4 + नो बॉल, 6, 0, 6, 4 के साथ कुल मिलाकर 45 रन हो गए। इनमें से 42 रन गनी के बल्ले से निकले और तीन रन अतिरिक्त, जिनमें ( नो बॉल+वाइड) के रूप में उनके साथ जुड़ गए। इसके साथ ही यह ओवर प्रोफेशनल क्रिकेट इतिहास का सबसे महंगा ओवर बन गया है।

गनी ने इस मैच में बल्लेबाजी का नया आयाम रच दिया है।उन्होंने सिर्फ 43 गेंद में नाबाद 153 रन बनाया है। जिनमें 11 चौक के अलावा 17 छक्के शामिल है। उनका स्ट्राइक रेट 355.81 कर रहा है। उनके साथ बल्लेबाजी कर रहे इस्माइल बेहरावी ने भी 19 गेंद पर 61 रन बनाएं है। इन दोनों के विस्फोटक साझेदारी ने लंदन काउंटी को 10 ओवर में 226/0 के ऐतिहासिक स्कोर तक पहुंचा दिया था।

लंदन काउंटी ने मुकाबला 71 रनों से जीत लिया

226 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी गिल्डफोर्ड की टीम पूरी तरह दबाव में आ गई। उनका कोई भी बल्लेबाज 50 रन का आंकड़ा नहीं छू सका और पूरी टीम 10 ओवर में 155 रन पर सिमट गई। इस तरह लंदन काउंटी ने मुकाबला 71 रनों से जीत लिया।

बता दे कि 29 वर्षीय उस्मान गनी अफगानिस्तान के लिए 17 वनडे और 35 T20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं। 2014 में डेब्यू करने वाले गनी ने 2023 में अफगान क्रिकेट बोर्ड पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूरी बना ली थी। उन्होंने साफ कहा था कि जब तक बोर्ड में साफ सुथरी मैनेजमेंट और ईमानदार चयन प्रक्रिया नहीं होगी। वह इस बोर्ड में वापसी नहीं करेंगे और अब उनके नाम एक ऐसा ऐतिहासिक रिकॉर्ड जुड़ गया है. जिसे तोड़ना शायद ही भविष्य में मुमकिन हो।