इंदौर: पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर हरिनारायणचारी मिश्र व्दारा इंदौर कमिश्नरेट में अवैध शराब एवं मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले एवं इनकी गतिविधियों में संलिप्त बदमाशों के विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इंदौर मनीष कपूरिया के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त जोन 4 इंदौर आर.के. सिंह द्वारा अति. पुलिस उपायुक्त जोन 4 डॉ. प्रशांत चौबे एवं सहायक पुलिस आयुक्त अनुभाग अन्नपूर्णा बी.पी. एस. परिहार को अवैध शराब की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उक्त दिशा निर्देशानुसार कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना चंदननगर को एक बड़ी सफलता मिली है, भारी मात्रा में अवैध शराब का परिवहन करने वाले एक ट्रक को 37 लाख रुपए की अवैध शराब के साथ पकड़ा गया है
पुलिस थाना चंदन नगर पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि एक ट्रक क्रमांक NL01 AF3638 नावदापंथ तरफ से चंदन नगर चौराहे होता हुआ इंदौर शहर तरफ आ रहा है जिसमें भारी मात्रा में अवैध शराब की पेटियां भरी हुई हैं। मुखबिर की सूचना पर तत्काल चंदन नगर थाना प्रभारी अभय नेमा द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस टीम तैयार कर चंदन नगर चौराहे पर लगाई गई। पुलिस टीम को जैसे ही वह ट्रक आता हुआ दिखा तो घेराबंदी कर ट्रक को रोका और ट्रक को चेक करते किंगफिशर बीयर की पेटियों से भरा हुआ पाया गया।
ट्रक चालक से उसका नाम पता पूछते उसने अपना नाम आशम खान पिता इदरीश खान उम्र 34 साल निवासी ग्राम पिपरोली थाना रामगढ़ जिला अलवर राजस्थान का होना पाया गया। जिससे उक्त शराब के बारे में कागजात चेक करते वैधानिक रूट औरंगाबाद से दिल्ली बाया सेंधवा रतलाम का रूट होना पाया गया मगर ट्रक चालक द्वारा निर्धारित रूट से पृथक इंदौर शहर में शराब का प्रवेश करना पाया गया जिससे यह प्रतीत होता है की ट्रक चालक उक्त शराब को और कहीं बेचने की फिराक में था। जिसे मौके पर विधिवत कार्यवाही कर थाने लाया गया जिसमें कुल 1500 किंगफिशर बीयर की पेटियां कीमती लगभग 37 लाख रुपए की होना पाई गईं। उक्त प्रकरण में थाना चंदन नगर पर अपराध धारा 34(2) आबकारी एक्ट का दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। आरोपी से उक्त शराब के बारे में पूछताछ जारी है। उक्त सराहनीय कार्य में थाना चंदन नगर प्रभारी निरीक्षक अभय नेमा, उनि देवेन्द्र मिश्रा, सउनि राजभान गौतम, प्रआर पंकज सांवरिया, प्रआर अभिषेक सिंह पंवार, प्रआर कमलेश चावड़ा की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।