इंदौर (आबिद कामदार) : गांधीजी को विचारधारा से प्रभावित और उन्हें पढ़ने वालों को अब अलग अलग जगह जाने की जरूरत नहीं होगी, स्मार्ट सिटी द्वारा नेहरू पार्क में बापू की कुटिया तैयार की गई है, जल्द ही इसमें बापू के साहित्य और उनकी जीवनी, और विचारों पर आधारित किताबें यहां रखी जायेगी। इस कुटिया में केवल गांधीजी से संबंधित किताबों का संग्रह रखा जाएगा। अभी यह किताबे स्मार्ट सिटी की लाइब्रेरी में रखी है।
गांधीजी के साहित्य से लेकर उनके जीवन पर आधारित किताबे
बापू के साहित्य में सत्य के प्रयोग अथवा आत्मकथा, गांधीजीकी संक्षिप्त आत्मकथा,सर्वोदय (नवजीवन), सर्वोदय, महात्मा गांधी के विचार, दक्षिण अफ्रीका के सत्याग्रह का इतिहास, रामनाम, हिन्द स्वराज, मेरे सपनों का भारत, कुदरती उपचार, आरोग्यकी कुंजी, आश्रम-भजनावली,मंगल प्रभात, सत्य ही ईश्वर है, गाँधी एक जीवनी, बा और बापू, बापू – मेरी माँ, गांधी जीवनी, मोहन-माला, गाँधी अर्थ विचार,अनासक्तियोग, गीता की महिमा,गाँधी की नैतिकता और अन्य किताबे शामिल है।
दिखने में आकर्षक है कुटिया, पाठकों के बैठने की होगी व्यवस्था
बापू की कुटिया की जानकारी देते हुए संदीप पाटोदी ने बताया की लगभग 15 बाय 15 की इस कुटिया को प्राचीन काल के हिसाब से तैयार किया गया हैं देखने में यह कुटिया काफी आकर्षक लगती है, वहीं इसे काफी मजबूती दी गई है। इस कुटिया में पाठको के बैठने के लिए कुर्सी और बेंच की व्यवस्था की जाएगी। बापू के साहित्य से संबंधित किताबों का संग्रह लगभग 4 से 5 बड़ी अलमारी में यहां रखा जाएगा।
4 दिन इंदौर में रुके थे बापू
लगभग 100 साल पहले गांधीजी हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए इंदौर आए थे, इस दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी चार दिन इंदौर में ही रुके थे। बापू ने महाराजा होकर से अनुरोध किया था कि वह अपना सारा कामकाज और राज्य में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा दे।