आज उत्तराखंड के केदारनाथ में गांधी सरोवर में हिमस्खलन की घटना घटित हुई। यहां से अभी तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है। भगवान शिव को समर्पित अपने प्रतिष्ठित मंदिर के लिए प्रसिद्ध केदारनाथ, चार धाम सर्किट के हिस्से के रूप में एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और इसे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। यह चार छोटे चार धाम तीर्थ स्थलों में सबसे दूरस्थ है।
VIDEO | Uttarakhand: An avalanche occurred over Gandhi Sarovar in Kedarnath. No loss of life and property was reported. More details are awaited. pic.twitter.com/yfgTrYh0oc
— Press Trust of India (@PTI_News) June 30, 2024
चार धाम यात्रा 10 मई, 2024 को गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ सहित चार में से तीन मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी।हिमस्खलन की स्थिति पर आगे की जानकारी की प्रतीक्षा है।
18 जून को रुद्रप्रयाग में केदारनाथ मार्ग पर एक ढाबा ढह जाने से मध्य प्रदेश और हरियाणा के सात तीर्थयात्री घायल हो गए।
चार धाम यात्रा
तीर्थयात्रियों की सुगम पहुंच के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने चारों धामों में पूर्व में निर्धारित तीर्थयात्रियों की संख्या कोटा हटा दिया है। तीर्थयात्री अब ऋषिकेश और हरिद्वार में पंजीकरण काउंटरों पर अपनी यात्रा के लिए पंजीकरण करा सकते हैं, जिससे सुविधा और पहुंच बढ़ जाएगी।
चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण कैसे करें?
चार धाम यात्रा में भाग लेने के लिए पंजीकरण केंद्र पर पंजीकरण कराना आवश्यक है। इसके अलावा, टूरिस्ट केयर उत्तराखंड ऐप के माध्यम से भी पंजीकरण कराया जा सकता है, जो एंड्रॉयड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।