Health Care: सावधान! अगर आप भी पीते हैं कच्चे दूध से बनी चाय, तो अनजाने में दे रहे हैं कई बीमारियों को न्यौता

Meghraj
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Health Care: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना दूध पीने और अंडे खाने की सलाह दी जाती है। दूध हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर को ताकत देने में मदद करता है। हालांकि, यह जरूरी है कि हम दूध को सही तरीके से पियें, क्योंकि इसे कच्चा पीने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानें कि कच्चा दूध पीने से किन-किन खतरों का सामना करना पड़ सकता है और क्यों यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

कच्चे दूध में हानिकारक बैक्टीरिया का खतरा

दूध को उबालना और पाश्चुरीकरण करना इस बात को सुनिश्चित करता है कि दूध में मौजूद किसी भी हानिकारक बैक्टीरिया या कीटाणु नष्ट हो जाएं। लेकिन अगर हम कच्चा दूध पीते हैं तो इसमें कई तरह के बैक्टीरिया और कीटाणु हो सकते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लोग सीधे गाय या भैंस का दूध निकालकर बिना उबालने के पीते हैं, वहां कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

कच्चा दूध पीने से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं

  1. गठिया, दस्त और निर्जलीकरण

    कच्चे दूध में बैक्टीरिया या रोगाणु हो सकते हैं, जो गठिया, दस्त और निर्जलीकरण जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए दूध को हमेशा उबालकर पीना चाहिए।
  2. गर्भावस्था में जोखिम

    गर्भवती महिलाओं के लिए कच्चा दूध पीना विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। इसमें लिस्टेरिया मोनोसाइटोजेन्स नामक बैक्टीरिया हो सकता है, जो लिस्टेरियोसिस नामक संक्रमण का कारण बनता है। यह संक्रमण गर्भवती महिला के लिए गंभीर हो सकता है और इससे गर्भपात, समय से पहले प्रसव या नवजात शिशु की सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
  3. बर्ड फ्लू का खतरा

    कच्चे दूध में HPAI A (H5N1) जैसे हानिकारक कीटाणु हो सकते हैं, जो बर्ड फ्लू का कारण बनते हैं। हालांकि बर्ड फ्लू का संक्रमण दूध के जरिए बहुत दुर्लभ होता है, फिर भी दूध से बने उत्पादों जैसे चाय, पनीर, दही आदि का सेवन करते वक्त हमें सतर्क रहना चाहिए।

एसिडिटी और पेट संबंधी समस्याएं

कच्चा दूध पीने से शरीर में एसिड का स्तर बढ़ सकता है, जो पेट के विभिन्न रोगों का कारण बनता है। दूध में कुछ एसिड और प्रोटीन होते हैं जो बिना उबालने पर शरीर में एसिड का उत्पादन बढ़ाते हैं। इससे एसिडिटी, पेट दर्द या अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हमेशा दूध को उबालकर या पाश्चुरीकृत करके ही सेवन करना चाहिए।

पाश्चुरीकृत दूध का महत्व

बाजार में मिलने वाला पैकेट वाला दूध पाश्चुरीकृत होता है, यानी इसे विशेष तापमान पर गर्म कर के हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर दिया जाता है। इस दूध को सीधे बिना उबाले पीना सुरक्षित होता है। हालांकि, कई लोग फिर भी इसे उबालकर पीते हैं, क्योंकि उबालने से दूध का स्वाद बेहतर और सुरक्षित महसूस होता है।

दूध से होने वाले लाभों के बावजूद, कच्चा दूध पीना स्वास्थ्य के लिए खतरे का कारण बन सकता है। इससे कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि बैक्टीरियल संक्रमण, पेट संबंधी समस्याएं, गर्भवती महिलाओं के लिए खतरे, और अन्य गंभीर रोग। इसलिए, इसे उबालकर पीना या पाश्चुरीकृत दूध का ही सेवन करना चाहिए, ताकि स्वास्थ्य को नुकसान से बचा जा सके।