इंदौर : मध्यप्रदेश में आए दिन सियासत के कई नए रूप देखने को मिल रहे हैं। अब तक दो चरण के चुनाव हो चुके हैं, लेकिन कांग्रेस की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। सोमवार को नाम वापसी के अंतिम दिन इंदौर कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया और बीजेपी में शामिल हो गई।
लेकिन जब कांग्रेस उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया इसके बाद जिला निर्वाचन कार्यालय में गहमा-गहमी का माहौल बन गया जो कि इतना ज्यादा बढ़ गया की भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता यहां आए तो उनके बीच आपसी में झूमाझटकी भी हुई। यह मामला दोपहर 3 बजे का बताया जा रहा है।
वहीं नॉमिनेशन वापसी को लेकर एक और नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र सिंह झाला तो कलेक्टर कार्यालय पर जाकर धरने पर ही बैठ गए। उनका कहना है कि जब उन्होंने अपना नॉमिनेशन वापस नहीं लिया तो फिर उनका नाम कैसे अपने आप वापस हो गया।
इसको लेकर इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि 23 में से 9 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है, अब इस तरह 14 उम्मीदवार शेष बचे हैं। बता दें कि इस तरह गुजरात के सूरत शहर की तरह इंदौर में निर्विरोध निर्वाचन नहीं हो सका अब चुनाव होगा।