हिमाचल में अब तक 15 हजार टन सेब खरीद चुकी है अडानी एग्री फ्रेश कंपनी, 25 हजार टन का लक्ष्य

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पिछले दो दशकों में अदाणी एग्री फ्रेश लिमिटेड (एएएफएल) के प्रगतिशील दृष्टिकोण ने, हिमाचल प्रदेश के 15,000 से अधिक सेब किसानों के साथ हमारे संबंधों को मजबूत किया है और राज्य के सेब व्यापार में नए स्टैंडर्स स्थापित किए हैं। इस साल भी सेब उत्पादक अपनी फसल, एएएफएल को बेचने के लिए उत्साह से आगे आए हैं। केवल पहले 10 दिनों में ही एएएफएल 7,500 टन सेब खरीद चुका है।

एएएफएल ने, सालाना लगभग 10 लाख टन सेब का उत्पादन करने वाले हिमाचल प्रदेश के रामपुर, सैंज और रोहड़ू जैसे तीन स्थानों में नियंत्रित वातावरण भंडारण सुविधाएं विकसित की हैं, जिनकी कुल क्षमता लगभग 25,000 टन है। इस अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का उद्देश्य, सालभर सेब उत्पादकों को उच्च रिटर्न और उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता वाले सेब की आपूर्ति सुनिश्चित करना है।

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एएएफएल अगस्त के मध्य से सितंबर तक सेब की खरीद करता है। यह स्थानीय मंडियों द्वारा अपने खरीद मूल्य निर्धारित करने के बाद होता है, जिसके लिए हम अपनी संयुक्त बैठकों में किसानों के साथ चर्चा करते हैं। आकर्षक कीमतों के अलावा, हम सेब उत्पादकों को गुणवत्ता बनाए रखने, पारदर्शी छँटाई के लिए क्रेट प्रदान करते हैं| साथ ही किसानों को शीघ्र भुगतान, फर्टिलाइजर्स और अन्य सेवाओं के बीच, कम लागत पर हैल-नेट्स भी उपलब्ध कराये जाते हैं|

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इसके अलावा पूरे वर्ष एएएफएल, गांवों में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है ताकि किसानों को बेहतर पैदावार मिल सके और उनके निवेश पर बेहतर रिटर्न प्राप्त किया जा सके। हम एक और सफल खरीद सीजन की आशा रखते हैं और हिमाचल प्रदेश के सेब उत्पादकों की बेहतरी के लिए अपने योगदान को मजबूत करना जारी रखेंगे|

Source : PR