लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच चुनाव आयोग ने रैलियों पर रोक लगाई है। उल्लेखनीय है कि, ये पाबंदी 15 जनवरी तक जारी रहने वाली है लेकिन आज सपा लखनऊ कार्यलय के बाहर लोगों का भारी हुजूम देखने को मिला। हालांकि सपा ने इसे नाम जरूर वर्चुअल रैली का दिया लेकिन वहां पर कोरोना प्रोटोकॉल का बिलकुल भी पालन नहीं किया गया। जिसके बाद अब सपा को यह वर्चुअल रैली भारी पड़ती नजर आ रही है। बता दें कि, सपा के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। कुल 2500 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
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मिली जानकारी के अनुसार, CrPC की धारा 144 के तहत सपा के खिलाफ ये एक्शऩ लिया गया है। साथ ही पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा ढाई हजार समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें 269 270 144 महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के द्वारा पहले वीडियोग्राफी कराई गई जिसके बाद उन को चिन्हित किया गया है और फिर मुकदमा दर्ज किया गया।
अभी तक समाजवादी पार्टी की तरफ से इस विवाद पर कोई सफाई पेश नहीं की गई है लेकिन बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है। साथ बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने जोर देकर कहा है कि सपा ने कोरोना काल में चुनाव आयोग के नियमों का मखौल उड़ाया है, सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को तार-तार किया गया है। बता दें कि, इस पूरे मामले पर लखनऊ के जिला अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने भी साफ कर दिया है कि सपा द्वारा इस कार्यक्रम के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। जब इस कार्यक्रम की जानकारी मिली, तब पुलिस को सपा दफ्तर भेजा गया और अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।