आज कलेक्टर मनीषसिंह द्वारा सांसद शंकर लालवानी की उपस्थिति में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इंदौर के पदाधिकारियों के साथ विशेष मीटिंग आयोजित की गई। जिसमें चेस्ट सोसाइटी एवं इंडियन पीडियाट्रिक एसोसिएशन के पदाधिकारी भी विशेष रूप से आमंत्रित किये गए थे। इस मीटिंग में कई बिंदुओं को लेकर चर्चा की गई और ये निर्देश दिए गए हैं-
1) आमजन डरे नही, ओमिक्रोन कम खतरनाक है फिर भी अपनी जिम्मेदारी समझे, प्रोटोकॉल का पालन करे। सारी जानकारी अधिकृत प्रवक्ता से ही प्राप्त करे।
2) नये सिरे से 2 दिनों में बच्चों व बड़ो का ट्रीटमेंट प्लान बनाये।
3) हॉस्पिटल्स अभी से 25% बेड कोविड पेशेंट्स के लिए आरक्षित रखने की तैयारी करें। फिक्स्ड रेट लिस्ट लगाए, प्रीकोविड से कुछ ही अधिक चार्जेज ले।
4) आरम्भ में पेशेंट्स की अनिवार्यतः तुरंत कोविड जांच कराए,जांच के लिए प्रेरित करे, पॉजिटिव को एडमिट कराए।
5) पिछली बार होम आइसोलेशन में लोगो की लापरवाही दिखी थी, इसलिए आरम्भ में होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं मिलेगी।
6) लोगो को ट्रीटमेंट के सामान्य जानकारी दे, लेकिन अनावश्यक रूप से घर मे दवाइयां संग्रह ना करे। एज़ीथ्रो, डोकसी जैसी दवाइयां मन से ना ले। सारी आवश्यक दवाइयां प्रशासन उपलब्ध कराएगा।
7)अपने मन से दूसरी जांचे ना कराए, सभी लेब और सिटी सेंटर को निर्देश रहेंगे, बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के सिटी ना करे।
8) सेंट्रल लेब और अरविंदो को GENOTIC SEQUENCE इंदौर में हो जाये ऐसा प्रयास करने के निर्देश दिए है।
9) डायलिसिस, थैलेसेमिया, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियो के मरीजों को परेशानी ना हो।
10)कोविड पेशेंट प्रसूति की व्यवस्था बाणगंगा और एमटीएच में हो।
11) इंदौर में 20 लेब RT-PCR करती है, इसकी क्षमता बढ़ाये, 8 घंटे में रिपोर्ट दे।
12) 60 से अधिक आयु वाले बूस्टर डोज अवश्य लगाए।