इंदौर (Indore News ): कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने इंदौर में जिला प्रशासन के द्वारा रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करने पर आपत्ति लेते हुए इसे माता भक्तों पर अत्याचार निरूपित किया है । शुक्ला ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार के द्वारा नवरात्रि के पर्व पर किए जाने वाले आयोजन के लिए गाइडलाइन तय की गई है । इस गाइडलाइन में कहीं भी यह नहीं कहा गया है कि रात के समय पर शहर में कर्फ्यू लगा दिया जाए । केवल कार्यक्रमों के आयोजन को समय सीमा में बांधने की बात कही गई है । इंदौर के प्रशासन के द्वारा कार्यक्रम के लिए पूर्व अनुमति को आवश्यक किया जाना और समय सीमा में कार्यक्रमों का आयोजन करवाना बिल्कुल सही है, लेकिन नवरात्रि के समय पर रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू कर देना बिल्कुल गलत है। यह माता जी के भक्तों के साथ अत्याचार है ।
शुक्ला ने कहा कि नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों के द्वारा अपने घर से पैदल चलकर माता जी के मंदिर तक जाकर उनके दर्शन करने का कार्य किया जाता है । इंदौर में अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले नागरिक रात के समय पर पैदल निकल कर बिजासन माता के मंदिर, अन्नपूर्णा माता के मंदिर और यहां तक की देवास की टेकरी पर स्थित माता जी के मंदिर पर दर्शन करने के लिए जाते हैं । यह लोग रात के समय पर पैदल चलते हुए मंदिर तक पहुंचते हैं। ताकि धूप से और गर्मी से बेहाल होने से बच सकें ।
इंदौर की जिला प्रशासन द्वारा रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू कर इन लोगों पर अत्याचार किया गया है । इन लोगों की मान्यता और परंपरा को रोकने की कोशिश की गई है । विधायक शुक्ला ने कहा कि कोरोनावायरस के संक्रमण के नाम पर रात का कर्फ्यू लगाया गया है तो ऐसे में यह प्रश्न लाजमी है कि क्या कोरोनावायरस रात में ही फैलेगा, दिन में नहीं फैलेगा । उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री और इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्र से आग्रह किया है कि इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए इंदौर में रात्रिकालीन कर्फ्यू को समाप्त कराया जाए।