Indore Weather : उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं ने पूरे मध्य प्रदेश को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। इंदौर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जहां शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात पारा 6.6 डिग्री लुढ़ककर 6.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। मौसम के बदले मिजाज का आलम यह है कि दिन में धूप खिलने के बावजूद लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं।
सूरज ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो जाते हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में सर्दी का सितम और भी बढ़ सकता है, क्योंकि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिखना शुरू हो गया है।
इंदौर में दिन में भी कांपे लोग (Indore Weather)
शनिवार को इंदौर में दिन का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.6 डिग्री कम था। वहीं, रात का न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से 6.6 डिग्री नीचे है। सर्द हवाओं का असर इतना तेज था कि सुबह धूप निकलने के बाद भी कंपकंपी महसूस होती रही। दिनभर लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लेते दिखे।
पूरे प्रदेश में ठंड का प्रकोप (MP Weather)
ठंड का असर सिर्फ इंदौर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश के ज्यादातर हिस्से शीतलहर की चपेट में हैं। ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में ठंड का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है, जहां कई इलाकों में घना कोहरा भी छाया रहा।
प्रदेश के 24 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया है। इस सीजन में यह पहली बार है जब प्रदेश में पारा 5 डिग्री से नीचे पहुंचा है। उमरिया 4.8 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश का सबसे ठंडा शहर दर्ज किया गया।
क्यों बढ़ी ठंड?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके कारण ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और बारिश हो रही है। वहां से आ रही बर्फीली हवाएं सीधे मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रही हैं, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई है।
विभाग का अनुमान है कि 7 और 8 दिसंबर को ठंड का असर और बढ़ेगा। अगले सप्ताह भी ठंडी हवाओं का दौर जारी रहने की संभावना है, जिससे तापमान में और गिरावट आ सकती है। इससे पहले भोपाल में नवंबर की सर्दी ने 84 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था, जबकि इंदौर में 25 साल में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी थी।










