Indore : शहर में लगातार बढ़ रहे ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों के बीच इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों ने इस साल साइबर ठगी का शिकार हुए लोगों को ₹14.33 करोड़ से अधिक की राशि सफलतापूर्वक वापस कराई है। यह कार्रवाई उन हजारों पीड़ितों के लिए एक बड़ी राहत है, जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई धोखेबाजों के हाथों गंवा दी थी।
क्राइम ब्रांच द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल ऑनलाइन धोखाधड़ी के पीड़ितों को कुल ₹14,33,57,247 की राशि लौटाई गई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हजारों बैंक खातों को फ्रीज कराया, जिससे फ्रॉड की रकम को निकालने से रोका जा सका।
जून में हुई सबसे बड़ी रिकवरी
इस साल की रिकवरी में जून का महीना सबसे अहम रहा। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, सबसे ज्यादा धनराशि जून महीने में ही पीड़ितों को वापस दिलाई गई। यह दिखाता है कि पुलिस की टीमें लगातार शिकायतों पर काम कर रही हैं और उनकी सक्रियता के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। हर महीने लौटाई राशि की लिस्ट –
जनवरी 2025 – 70,32,307
फरवरी 2025 – 81,95,694
मार्च 2025 – 60,10,955
अप्रैल 2025 – 61,54,890
मई 2025 – 1,73,04,552
जून 2025 – 1,86,62,205
जुलाई 2025 – 1,78,82,194
अगस्त 2025 – 1,49,71,122
सितंबर 2025 – 1,68,10,000
अक्टूबर 2025 – 1,30,94,421
नवंबर 2025 – 1,72,38,907
सोशल मीडिया पर भी कसा शिकंजा
साइबर अपराधी केवल बैंक खातों को ही निशाना नहीं बना रहे, बल्कि सोशल मीडिया प्रोफाइल का भी दुरुपयोग कर रहे हैं। इसे देखते हुए क्राइम ब्रांच ने इस मोर्चे पर भी सख्ती दिखाई है। पुलिस ने इस दौरान 250 से ज्यादा हैक किए गए सोशल मीडिया अकाउंट्स को सफलतापूर्वक रिकवर कराया।
इसके अलावा, 300 से ज्यादा ऐसे फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी ब्लॉक कराया गया, जिन्हें पीड़ितों के नाम और फोटो का इस्तेमाल करके बनाया गया था। इन फर्जी प्रोफाइलों का इस्तेमाल अक्सर पीड़ितों को बदनाम करने या उनके परिचितों से पैसे मांगने के लिए किया जाता है। यह कार्रवाई ऑनलाइन स्पेस को सुरक्षित बनाने और लोगों की डिजिटल पहचान की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इंदौर पुलिस लगातार लोगों से ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतने और किसी भी तरह की धोखाधड़ी होने पर तुरंत सूचित करने की अपील कर रही है।










