अगले 24 घंटों में इन 15 जिलों में होगी मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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By Raj RathorePublished On: September 2, 2025

स्ट्रॉन्ग सिस्टम के सक्रिय होने से मध्य प्रदेश में बारिश का दौर और तेज हो गया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश के 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। उज्जैन, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, धार, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर में अगले 24 घंटे के दौरान ढाई से साढ़े चार इंच तक पानी गिर सकता है। इसके साथ ही भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में भी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। सोमवार को भी प्रदेश के 26 से ज्यादा जिलों में जोरदार बरसात दर्ज की गई।


दमोह में सबसे ज्यादा बारिश, कई जिलों में पानी बरसा

सोमवार को सबसे ज्यादा बारिश दमोह जिले में दर्ज की गई, जहां 2.3 इंच पानी गिरा। रतलाम और दतिया में करीब डेढ़ इंच, ग्वालियर में पौन इंच और भोपाल में आधा इंच पानी गिरा। इसके अलावा बैतूल, इंदौर, पचमढ़ी, गुना, शाजापुर, भिंड, निवाड़ी, छतरपुर, बालाघाट, मंदसौर, सतना, नर्मदापुरम, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, नौगांव, सागर, सिवनी, सीधी, टीकमगढ़ और उमरिया में भी हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहा।

दो ट्रफ लाइनों से बदला मौसम, लगातार सक्रिय सिस्टम का असर

मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, प्रदेश के उत्तरी हिस्से में इस समय दो ट्रफ लाइनों का प्रभाव देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि सोमवार को कई जिलों में भारी बारिश हुई। मंगलवार को भी यही सिस्टम सक्रिय रहेगा और प्रदेशभर में तेज बारिश का असर देखने को मिलेगा।

सीजन का बारिश का कोटा पूरा, औसत से ज्यादा बरसात

मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 37.8 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है। यह पूरे सीजन की सामान्य 37 इंच बारिश से भी ज्यादा है। इस बार बारिश का आंकड़ा 102 प्रतिशत तक पहुंच चुका है, जबकि अब तक केवल 31.2 इंच पानी गिरना चाहिए था। पिछले साल मानसून में औसतन 44 इंच बारिश हुई थी। इस बार भी बारिश के मामले में प्रदेश का प्रदर्शन बेहतर रहा है।

गुना, मंडला और श्योपुर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश

इस मानसून में गुना जिला सबसे आगे निकला है। यहां 56 इंच पानी गिर चुका है, जो सामान्य से 24 इंच ज्यादा है। मंडला में 54.2 इंच, श्योपुर में 52.4 इंच, अशोकनगर में 51.8 इंच और रायसेन में 51.5 इंच बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में औसत से काफी अधिक वर्षा होने के कारण जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है।

इंदौर और उज्जैन संभाग में सबसे कम बरसात

बारिश के मामले में इंदौर और उज्जैन संभाग पिछड़ गए हैं। इंदौर में अब तक सिर्फ 21.3 इंच पानी गिरा है। शाजापुर में 21.6 इंच, खरगोन में 22.6 इंच, खंडवा में 23 इंच और बड़वानी में 24.2 इंच बारिश दर्ज हुई है। यहां औसत से काफी कम वर्षा होने के कारण कई जगहों पर अभी भी जल संकट की स्थिति बनी हुई है।