MP Weather : मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने आम जनजीवन को खासा प्रभावित किया है। प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर (Cold Wave) का प्रकोप जारी है, जिससे ठिठुरन लगातार बढ़ रही है। राजधानी भोपाल और इंदौर जैसे प्रमुख शहरों में सुबह और रात के समय हाड़ कंपाने वाली सर्दी महसूस की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड का यह सिलसिला अभी जारी रहने की संभावना है।
शनिवार को प्रदेश में सर्दी का असर अपने चरम पर दिखाई दिया। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में न्यूनतम तापमान गिरकर 4.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह गिरावट स्पष्ट संकेत है कि उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने मध्य प्रदेश को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया है। ठंड का आलम यह है कि लोग दिन में भी गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं और अलाव का सहारा ले रहे हैं।
कोहरे की घनी चादर, दृश्यता पर असर
ठंड के साथ-साथ कोहरे ने भी मुसीबत बढ़ा दी है। प्रदेश के कई संभागों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा। कोहरे की चादर इतनी मोटी थी कि विजिबिलिटी (दृश्यता) घटकर 50 मीटर से भी कम रह गई। इसका सीधा असर यातायात व्यवस्था पर पड़ा है। सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई है और ड्राइवरों को हेडलाइट जलाकर वाहन चलाने पड़ रहे हैं। रेल और हवाई यातायात पर भी कोहरे का असर देखने को मिल रहा है।
26 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे
मौसम विभाग की रिपोर्ट बताती है कि ठंड का दायरा पूरे प्रदेश में फैला हुआ है। शनिवार को प्रदेश के 26 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। यह आंकड़ा बताता है कि सर्दी का सितम केवल कुछ जिलों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसने पूरे राज्य को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। ग्रामीण अंचलों में ठंड का प्रभाव शहरी क्षेत्रों की तुलना में और अधिक महसूस किया जा रहा है।
तापमान में गिरावट का दौर जारी
बीते कुछ दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। विशेषकर रात के तापमान में आई कमी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी पश्चिमी विक्षोभ और उत्तरी हवाओं का प्रभाव बना रहेगा, जिससे तापमान में और गिरावट हो सकती है। प्रशासन ने लोगों को ठंड से बचने और कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से सुबह और शाम की ठंड से बचने की हिदायत दी गई है।










