आजकल के खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान के चलते लोग बढ़ते वजन से काफी ज्यादा परेशान रहते हैं. वहीं तेज-तर्रार जिंदगी में फिट रहना किसी चैलेंज से कम नहीं, ना हर किसी के पास जिम जाने का समय है, ना ही सख्त डाइट फॉलो करने का धैर्य. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक नया वेट लॉस ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है “पिरामिड वॉक” लेकिन बहुत से लोग कह रहे हैं कि बिना भूखे रहे, बिना भारी एक्सरसाइज किए, सिर्फ चलने के इस खास तरीके से उनका वजन तेजी से घट रहा है. तो आखिर क्या है ये पिरामिड वॉक और कैसे करता है ये काम?
क्या है “पिरामिड वॉक”?

पिरामिड वॉक एक वॉकिंग टेकनीक है जिसमें धीरे-धीरे वॉक की स्पीड को बढ़ाना और फिर घटाना शामिल होता है. यह एक तरह का “interval walking” है, जिसमें शरीर को अलग-अलग गति पर चलने की आदत डाली जाती है ठीक वैसे ही जैसे पिरामिड की आकृति ऊपर जाकर फिर नीचे आती है.
पिरामिड वॉक कैसे करता है वजन घटाने में मदद?
1. मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है
स्पीड बदलने से शरीर की कैलोरी बर्न करने की क्षमता बढ़ती है.
तेज वॉक – फैट बर्निंग मोड एक्टिवेट करता है.
धीमी वॉक – रिकवरी मोड में लाता है.
2. बिना थकाए ज्यादा कैलोरी बर्न- यह वॉक उन लोगों के लिए आदर्श है जिन्हें भारी वर्कआउट नहीं करना या जो शुरुआत में हैं, कम समय में ज्यादा एनर्जी खर्च होती है.
किन लोगों के लिए है पिरामिड वॉक?
1. वजन घटाने की शुरुआत कर रहे लोग- जो लोग वेट लॉस जर्नी की शुरुआत करना चाहते हैं. लेकिन जिम नहीं जाना चाहते या ज्यादा एक्सरसाइज नहीं कर सकते, उनके लिए पिरामिड वॉक एक आसान लेकिन असरदार शुरुआत हो सकती है.
2. वर्क फ्रॉम होम और सिडेंट्री लाइफस्टाइल वाले लोग- जिनका ज्यादातर समय कुर्सी पर बैठकर गुजरता है, उनके लिए यह वॉकिंग पैटर्न शरीर को मूवमेंट देता है. मेटाबॉलिज्म एक्टिव करता है और वजन बढ़ने से रोकने में मदद करता है.
3. बुज़ुर्ग या माइल्ड हेल्थ प्रॉब्लम वाले लोग- जो लोग भारी एक्सरसाइज़ नहीं कर सकते लेकिन फिर भी एक्टिव रहना चाहते हैं, जो स्टैमिना बढ़ाना चाहते हैं. उनके लिए धीमी-तेज-धीमी चाल का यह पैटर्न बहुत फायदेमंद होता है.
4. डाइटिंग से बचना चाहने वाले लोग- अगर आप सख्त डाइट प्लान फॉलो नहीं कर सकते, तो पिरामिड वॉक आपके लिए एक बैलेंस्ड समाधान है – जहां डेली एक्टिविटी से ही कैलोरीज बर्न की जा सकती हैं.
5. पोस्ट-प्रेग्नेंसी महिलाओं के लिए- डिलीवरी के बाद महिलाएं अकसर हल्के फिजिकल मूवमेंट से वजन घटाना चाहती हैं. पिरामिड वॉक कम इम्पैक्ट और धीरे-धीरे बढ़ने वाला रूटीन होने के कारण एक सेफ विकल्प हो सकता है.
किसे नहीं करनी चाहिए पिरामिड वॉक?
1. हार्ट पेशेंट्स
जिन्हें हार्ट अटैक, स्ट्रोक या सीवियर ब्लड प्रेशर की समस्या रही हो, उन्हें तेज-धीमी स्पीड का उतार-चढ़ाव शरीर पर दबाव डाल सकता है.
2. जोड़ों या घुटनों में दर्द वाले लोग
जिन्हें ऑस्टियोआर्थराइटिस, जोड़ों में सूजन या घुटनों की पुरानी चोट हो, तेज चलने से घुटनों पर स्ट्रेस आ सकता है.
3. जिन्हें बैलेंस की समस्या हो या चक्कर आते हों
अगर चलने के दौरान संतुलन बिगड़ता है या चक्कर आते हैं, पिरामिड वॉक से गिरने या चोट लगने का जोखिम हो सकता है.