हर वक्त हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं? जानिए कौन-सा विटामिन बन रहा है इसकी वजह

क्या आपको भी अक्सर ऐसा महसूस होता है कि हाथ या पैर सुन्न हो रहे हैं, झनझनाहट हो रही है या अंगों में कमजोरी सी लगती है. तो सावधान हो जाइए, ये सिर्फ थकान नहीं, बल्कि एक जरूरी विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है.

Kumari Sakshi
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हर वक्त हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं, तो ये सिर्फ थकान या बैठने की खराब आदत नहीं हो सकती , बल्कि यह शरीर में किसी छुपी हुई गंभीर कमी या बीमारी का संकेत हो सकता है. शरीर की नसें हमारी नवर्स सिस्टम का बेहद जरूरी हिस्सा है. यह शरीर में एक जगह से दूसरी जगह तक मेसेज भेजने का काम करती है. क्या आपको भी अक्सर ऐसा महसूस होता है कि हाथ या पैर सुन्न हो रहे हैं, झनझनाहट हो रही है या अंगों में कमजोरी सी लगती है. तो सावधान हो जाइए, ये सिर्फ थकान नहीं, बल्कि एक जरूरी विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है. आइए जानें कि आखिर ये कौन-सा विटामिन है और इसे कैसे पूरा किया जा सकता है.

किस विटामिन की कमी से हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं

विटामिन B12 की कमी शरीर में नर्वस सिस्टम को कमजोर कर देती है. यह विटामिन न सिर्फ नसों की ताकत बनाए रखने के लिए जरूरी है,
बल्कि यह खून में रेड ब्लड सेल्स बनाने, दिमाग की कार्यक्षमता और ऊर्जा बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाता है.

B12 की कमी से होने वाले लक्षण:

विटामिन B12 की कमी शरीर के नर्वस सिस्टम और ब्लड सेल्स को प्रभावित करती है. यह कमी धीरे-धीरे गंभीर लक्षणों का रूप ले सकती है.

हाथ-पैरों का सुन्न होना या झनझनाहट

नसों की कमजोरी के कारण अक्सर पैरों या हाथों में सुन्नपन, चुभन या जलन महसूस होती है.

लगातार थकान या कमजोरी

शरीर में ऊर्जा कम बनती है, जिससे बिना काम किए भी थकान महसूस होती है.

भूलने की आदत या ध्यान की कमी

दिमागी गतिविधियों में गिरावट, फोकस और मेमोरी कमजोर होने लगती है.

चक्कर आना या बैलेंस बिगड़ना

नर्वस सिस्टम प्रभावित होने से चलने-फिरने में संतुलन बिगड़ सकता है.

जीभ पर जलन या सूजन

जीभ लाल, चिकनी और सूजी हुई महसूस हो सकती है, खाने में जलन भी हो सकती है.

त्वचा पीली या फीकी पड़ना

शरीर में खून की कमी का असर चेहरे और त्वचा पर नजर आता है.

B12 की कमी कैसे पूरी करें?

विटामिन B12 की कमी आजकल बहुत आम है, खासकर शाकाहारी लोगों में, क्योंकि यह विटामिन ज्यादातर नॉन-वेज स्रोतों में पाया जाता है.
लेकिन अच्छी बात ये है कि इसकी कमी को सही खानपान और सप्लिमेंट्स से पूरी किया जा सकता है.