Gajkesari Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा और गुरु दोनों ग्रहों को अत्यंत प्रभावशाली माना गया है। चंद्रमा जहां मन, भावनाएं और मानसिक स्थिति के कारक होते हैं, वहीं गुरु ज्ञान, धर्म, न्याय और भाग्य के प्रतिनिधि माने जाते हैं।
चंद्रमा की चाल बेहद तेज़ होती है और यह हर ढाई दिन में एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, जबकि गुरु करीब 13 महीनों में राशि परिवर्तन करते हैं। इस बार 28 मई को जब चंद्रमा मिथुन राशि में प्रवेश करेगा, जहां पहले से ही गुरु विराजमान हैं, तब इन दोनों ग्रहों की युति से एक अत्यंत शुभ और दुर्लभ गजकेसरी राजयोग का निर्माण होगा, जो 30 मई तक प्रभावशाली रहेगा।

कब बनता हैं गजकेसरी योग
गजकेसरी योग का शाब्दिक अर्थ है, ‘गज’ अर्थात हाथी और ‘केसरी’ अर्थात सिंह। यह योग जातक को बल, बुद्धि, प्रतिष्ठा और ऐश्वर्य प्रदान करने वाला माना गया है। ज्योतिष के अनुसार जब चंद्रमा की युति गुरु, बुध या शुक्र जैसे शुभ ग्रहों से केंद्र स्थानों (लग्न, चौथा, सातवां, दसवां भाव) में हो, या चंद्रमा और गुरु उच्च राशियों में एक-दूसरे के साथ स्थित हों, तब गजकेसरी योग बनता है। यह योग व्यक्ति को राजयोग दिलाने वाला, समाज में प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला और भाग्यशाली बनने वाला माना जाता है।
किन राशियों को होगा Gajkesari Rajyog का विशेष लाभ?
मिथुन राशि
इस बार का गजकेसरी योग मिथुन राशि में बन रहा है, इसलिए इस राशि के जातकों को इसका सबसे अधिक लाभ मिलने की संभावना है। करियर में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के अवसर मिलेंगे। योग बन सकता है और लंबे समय से चली आ रही बाधाएं समाप्त होंगी। मानसिक शांति मिलेगी और आध्यात्मिक रुचि भी बढ़ेगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों को विशेष सफलता मिल सकती है।
सिंह राशि
इस योग का प्रभाव सिंह राशि के जातकों के लिए वरदान साबित हो सकता है। आय में वृद्धि, व्यापार में विस्तार और पारिवारिक जीवन में सुख-शांति के संकेत मिल रहे हैं। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है और अविवाहित लोगों को विवाह के अच्छे प्रस्ताव प्राप्त हो सकते हैं। सेहत में सुधार और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए गजकेसरी योग भाग्य को प्रबल बना सकता है। रुके हुए काम पूरे होंगे और करियर में प्रगति के नए द्वार खुल सकते हैं। शिक्षा और नौकरी में नई संभावनाएं उभरेंगी। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा और आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी। पैतृक व्यवसाय से लाभ मिल सकता है और शादी के प्रस्ताव भी आ सकते हैं।
धनु राशि
इस राशि के जातकों के लिए यह योग नई शुरुआत का प्रतीक बन सकता है। पुराने अटके कार्यों में गति आएगी और व्यापार में मुनाफा बढ़ेगा। यात्रा के माध्यम से धनलाभ और विवादों का निपटारा हो सकता है। पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में भी सुधार के संकेत हैं। अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी और जीवन में स्थिरता आएगी।
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