Samsaptak Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में ग्रह समय समय पर राशि परिवर्तन करते हैं। राशि परिवर्तन करने के साथ ही जब दो ग्रह एक साथ आते हैं तो युति बनाते हैं।जिसके कारण योग और राजयोग का निर्माण करते हैं। इसी बीच साल के अंत में देवगुरु बृहस्पति और शुक्र समसप्तक राजयोग का निर्माण करेंगे।
गुरु और शुक्र की युति से बनने वाले समसप्तक राजयोग का असर कई राशियों पर देखने को मिलेगा। इससे पहले यही योग दिसंबर 2024 में बना था। गुरु बुध की युति से इसका निर्माण हुआ था।

वर्तमान में गुरु मिथुन राशि में विराजमान है और 18 अक्टूबर को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे जबकि 5 दिसंबर को वापस मिथुन में प्रवेश करेंगे। ऐसे में शुक्र मीन राशि में गोचर कर रहे हैं और 20 दिसंबर को धुन में गोचर करेंगे। इस दौरान गुरु और शुक्र एक दूसरे से सातवें भाव की दूरी पर मौजूद होंगे। जिससे समसप्तक राजयोग का निर्माण होगा।
बन रहे समसप्तक योग
बता दे कि जब दो ग्रह आमने-सामने जाते हैं या जब दो कोई दो ग्रह एक दूसरे से सातवें स्थान पर होते हैं। तब उन ग्रहों के बीच समसप्तक योग का निर्माण होता है। देवताओं के गुरु बृहस्पति मीन राशि से तीसरे और शुक्र धनु राशि से छठे भाव में बैठे हैं। वहीं शुक्र मिथुन राशि से अष्टम और कन्या राशि से तीसरे भाव में है। ऐसे में एक दूसरे के आमने-सामने आने पर समसप्तक योग बना रहे हैं, जो कई राशियों के लिए लाभकारी होने वाला है।
कई राशियों के लिए लाभ
मिथुन राशि के लिए विशेष सुविधा प्राप्त होगी। प्रमोशन के साथ वेतन वृद्धि के योग है। भाग्य का साथ मिलेगा। संतान से जुड़ी समस्या दूर होगी। विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। व्यापारियों को लाभ मिलेगा। धार्मिक यात्रा पूरी होगी।
तुला राशि वाले के लिए समय अनुकूल रहेगा। समय पर काम पूरा करेंगे। आर्थिक और पारिवारिक स्थिति मजबूत होगी। पैसे संपत्ति का लाभ मिलेगा। पारिवारिक सहयोग बढ़ेगा। आध्यात्मिक रुचि पड़ेगी। धार्मिक यात्रा कर सकते हैं।
सिंह राशि के लिए यह समय बेहद लाभदारी साबित होने वाला है। सफलता के नए द्वार खुलेंगे। नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे। तरक्की मिलते नजर आ रही है। वेतन वृद्धि और प्रमोशन के योग बनेंगे। भाई बहनों के साथ रिश्तों में मधुरता आएगी। गुप्त धन से लाभ मिल सकता है।
Note : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। Ghamasan.com इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। किसी भी जानकारी के लिए अपने ज्योतिष आचार्य से संपर्क अवश्य करें।