जून मलेरिया निरोधक माह, लेकिन रोकथाम के लिए कोई कार्य योजना नही

Shivani Rathore
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इंदौर : कहने को तो राज्य सरकार ने जून माह को मलेरिया निरोधक रोकथाम माह घोषित किया है,लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ भी देखने को नही मिल रहा है। इंदौर शहर काँग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल,प्रदेश सचिव संजय बाकलीवाल, एवं प्रवक्ता जौहर मानपुरवाला ने कहा कि राज्य शासन द्वारा चलाया जा रहा मलेरिया माह के रोकथाम का किसी भी तरह से किसी भी जगह कोई कार्य योजना देखने को नही मिल रही है।

सिर्फ फाइलो में ही मलेरिया की रोकथाम हो रही है,ना तोह कोई दवाई का छिड़काव किया जा रहा है,ना ही गंदे पानी की निकासी कर उन्हें साफ किया जा रहा है,सुपर सिटी के नाम पर किये गए गड्डो तक को नही भराया गया है,नालो में गंदगी बेहताशा है। जून का आधा माह होने आया लेकिन मलेरिया के रोकने का कोई भी उपाय नही किया गया है।

जिले में मलेरिया की रोकथाम के संबंध में ना कोई कार्रवाई हुई,ना ही कोई जन-जागरूकता के लिये इस माह के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए। और ना ही कोई विशेष रथ जन-जागरूकता के लिये देखने को मिल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मलेरिया रथ पूरे माह चारों ब्लाकों एवं इंदौर शहर में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भ्रमण करना था। इसके अलावा जिले में मलेरिया की जानकारी एवं उससे संबंधित अन्य जानकारियां आम जनता तक पहुंचाने के लिये जिले में 15 प्रदर्शनी, 30 कार्यशाला, 100 रोग निदान शिविर, 100 फीवर सर्वे, हाट बाजार के दिन मलेरिया रथ से माईक द्वारा प्रचार-प्रसार किया जाना था। मलेरिया रथ में आर.डी.कीट भी उपलब्ध होनी थी।

जिससे बुखार के रोगियों की जाँच शिविर स्थल पर ही कर उनका तुरंत उपचार प्रारंभ किया जा सकेगा। साथ ही गम्बुसिया मछली से मलेरिया की रोकथाम के उपाय बताये जाने थे,लेकिन इन बिंदुओं में से एक भी बिंदु देखने को नही मिल रहा है। शहर काँग्रेस ने कहा कि मलेरिया की बीमारी भी एक गंभीर बीमारी है,इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए,किसी भी तरह से बिमारी को फैले इसके पहले ही इसपर सरकार को ध्यान देकर इस पर रोकथाम के शीघ्र उपाय किये जाने चाहिए।