भीषण चक्रवाती तूफान ‘यास’ बंगाल के तट से टकराएगा। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र सोमवार को चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। बताया जा रहा है कि लैंडफॉल के समय हवा कि रफ्तार 170 किलोमीट प्रति घंटा तक जा सकती है। जिसको देखते हुए नौससेना ने बचाव और राहत कार्य के लिए तैयारियां पूरी कर ली है। वहीं इसको लेकर कई जगह रेड अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, नौसेना के गोताखोरों की दो टीमों को बोट और अन्य उपकरोण के साथ तैयार रहने को कहा है। साथ ही एक गोताखोर टीम और दो फ्लड रिलीफ़ टीम पश्चिम बंगाल के दीघा और फ्रजेरगंज में 23 और 24 मई को ही तैनात कर दी गई थी। इसके अलावा एक राहत बचाव टीम को डायमंड हार्बर में स्टैंडबाय पर रखा गया है। जिसकी जरुरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके।
बता दे, ये टीम उन सभी उपकरणों से लैस है जो लोगों को तुरंत राहत पहुंचा सके। साथ ही इनमे शामिल है घायलों को निकालने , सड़कों से तूफान में गिरे पेड़ों को हटाना, सड़कों से मलबा हटाने और राहत सामग्री को ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचाने वाले। जानकारी के मुताबिक, नौसेना ने कोलकात स्थित डिपो सेंटर में 500 लोगों के लिए राहत बचाव सामग्री को तैयार रखा है।
साथ ही नौसेना के 4 जहाज भी राहत बचाव उपकरण और सामग्री के साथ तैयार है। इसमें मेडिकल टीम और अतिरिक्त गोताखोरों की टीम भी लगातार इस तूफान पर नजर बनाई हुई है। वहीं जहाज़ों पर मौजूद नौसेना के हेलिकॉप्टर और मध्यम दूरी के टोही विमान को विशाखपत्तनम में स्टैंड बाय रखा गाय है। जिसे तूफान के बाद हुए नुकसान और राहत काम में लगाया जाएगा।