Chardham Yatra 2024: चार धाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की रिकॉर्ड तोड़ आमद देखी गई है, 10 मई को मंदिर के कपाट खुलने के बाद से 6 जून तक केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या सात लाख से ज़्यादा हो गई है। ज़िला मजिस्ट्रेट के अनुसार बताया कि, सिर्फ़ 28 दिनों में सात लाख से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ मंदिर में दर्शन कर चुके हैं। उत्तराखंड सरकार के अनुसार, इससे पहले 2 जून को 19 हजार से ज़्यादा तीर्थयात्रियों ने भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस पवित्र मंदिर में दर्शन किए थे, जिससे अब तक कुल 6 लाख तीर्थयात्रियों की संख्या से ज़्यादा हो गई है।
इस बीच, उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। तीर्थयात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण मोड को भी रोक दिया है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे पंजीकरण के बाद निर्धारित तिथि पर ही यात्रा पर आएं।
10 मई को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे। भजनों और श्हर महादेवश् जयकारों के बीच यह समारोह संपन्न हुआ। साथ ही कतार में खड़े श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टरों से पुष्प वर्षा की गई। केदारनाथ मंदिर समुद्र तल से करीब 3,500 मीटर की ऊंचाई पर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में मंदाकिनी नदी के पास स्थित है। 15 नवंबर, 2023 को शीत ऋतु से पहले मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए और दो हजार पांच सौ तीर्थयात्रियों ने इस आयोजन को देखा।
इसके अलावा इस साल की चार धाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के कारण अब तक 86 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार शाम तक अब तक हुई 86 मौतों में से 18 बद्रीनाथ धाम, 42 केदारनाथ धाम, 7 गंगोत्री धाम और 19 यमुनोत्री धाम से हैं।
इस बीच, राजस्थान के दौसा में चार धाम यात्रा से आए तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस के पलट जाने से कम से कम 20 लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर मेहंदीपुर बालाजी थाने के अंतर्गत ब्रह्मबाद गांव के पास हुई। जब यह दुर्घटना हुई, तब तीर्थयात्री चार धाम की यात्रा के तहत केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा से लौट रहे थे।