इंदौर। हमारी बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से वर्तमान समय में एंजायटी, डिप्रैशन, थकान, नींद पूरी नहीं होना, बढ़ता मोटापा और अन्य समस्याओ के चलते मानसिक संबंधित बीमारियां बहुत ज्यादा बढ़ रही है। वही अब लोगों में ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की समस्या भी बहुत ज्यादा कॉमन रूप से देखने को सामने आ रही है। खासकर अब यह युवाओं में भी बहुत तेजी से बढ़ रही है। वही अब हार्ट संबंधित समस्या भी बहुत कॉमन रूप से देखने को मिल रही है। पहले जो हार्ट अटैक के केस 70 साल की उम्र में देखने को सामने आते थे अब वह 20 से 30 साल की उम्र में सामने आते हैं। इसी के साथ हमारे खानपान में इस्तेमाल होने वाले फल और सब्जियों में केमिकल एक्स्पोज़र बहुत ज्यादा बढ़ गया है जिसके चलते कैंसर भी लोगों में कॉमन रूप से देखा जाता है।
यह बात डॉक्टर संजय गुजराती ने अपने साक्षात्कार के दौरान कही वह शहर के प्रतिष्ठित विशेष जुपिटर हॉस्पिटल में जनरल फिजिशियन के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सवाल.ब्लड प्रेशर की समस्या किन कारणों से सामने आती है, इसके लक्षण क्या होते हैं?
जवाब. वर्तमान समय में ब्लड प्रेशर से संबंधित समस्या बहुत ज्यादा देखने को सामने आ रही है अक्सर यह देखा गया है कि यह समस्या ज्यादातर जेनेटिक रूप से सामने आती है वहीं अन्य कारणों के चलते भी इसके केस देखने को सामने आते हैं। आजकल लोगों की जीवन शैली में बदलाव के चलते स्ट्रेस, बढ़ता मोटापा, ज्यादा नमक का सेवन और अन्य चीजों की वजह से इसके केस बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं। महिलाओं के मुकाबले यह पुरुषों में ज्यादा देखने को सामने आती है। वही महिलाओं में मेनोपॉज के बाद इसके केस में बढ़ोतरी देखी जाती है। बिगड़ती जीवनशैली के चलते अब यह समस्या यंग जनरेशन में भी बहुत ज्यादा देखने को सामने आ रही है। इसे साइलेंट किलर कहा जाता है कई बार इसके साफ तौर पर लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। वही कई बार जब ब्लड प्रेशर बढ़ता है तो सिर दर्द, चक्कर आना, बेचैनी होना, सांस फूलना जैसी समस्या सामने आती है। इसका सही समय पर रूटीन चेकअप कर इलाज करवाना सही रहता है कई बार ब्लड प्रेशर शरीर मैं अन्य समस्याओं को बढ़ावा देता है।
सवाल. डायबिटीज से संबंधित समस्या क्या है इसके शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?
जवाब. आजकल लोगों में मधुमेह यानि डायबिटीज से संबंधित समस्या के केस में इजाफा हुआ है। बात अगर डायबिटीज कि की जाए तो यह दो प्रकार की होती है जैसे टाइप वन और टाइप टू डायबिटीज कहा जाता है। टाइप वन डायबिटीज बच्चों से शुरू होती है इसमें पैंक्रियास ग्रंथि इंसुलिन का निर्माण नहीं करती है जिसके कारण ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे में इंसुलिन लेने की जरूरत होती है। वही बात अगर टाइप टू डायबिटीज की की जाए तो इसमें इंसुलिन तो बनता है लेकिन वह अपर्याप्त होता है या डिफेक्टिव होता हैं। आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि टाइप 2 डायबिटीज जेनेटिक रूप से सामने आती है। साथ ही हमारी जीवन शैली में बदलाव के चलते एक्सरसाइज की कमी, मोटापा और अन्य चीजें इसके लिए जिम्मेदार होती है। डायबिटीज के चलते हार्ट संबंधित समस्या, ब्रेन में पैरालिसिस अटैक, आंखों की रेटिना और शरीर के अन्य अंगों पर गलत प्रभाव पड़ता है। बात अगर इसके शुरुआती लक्षण की की जाए तो थकान होना पसीना आना, भूख प्यास ज्यादा लगना, वीजन कमजोर होना और अन्य प्रकार के लक्षण देखे जाते हैं।
सवाल. हार्ट से संबंधित समस्या क्या है यह किन कारणों से बढ़ती है?
जवाब. बदलती लाइफस्टाइल और खानपान के चलते हार्ट से संबंधित समस्या बहुत ज्यादा बढ़ रही है कई बार डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी समस्या हार्ट से संबंधित समस्या को बढ़ावा देती है। वही बढ़ता मोटापा कम व्यायाम भी इस चीज के लिए जिम्मेदार होता है। हार्ट से संबंधित समस्या में हार्ड की ब्लड की नसों यानी कोरोनरी आर्टरी में कोलेस्ट्रोल डिपाजिट हो जाता है और ब्लॉकेज आ जाते हैं। जिसके कारण हार्ट की मसल्स को ब्लड सप्लाई नहीं हो पाता है। जिसके कारण हार्ट से संबंधित समस्या बढ़ती है। इसके शुरुआती लक्षण की अगर बात बात की जाए तो सीने में भारीपन लगना, सांस भरना, पसीना आना, धड़कन तेज आना शामिल हैं। अक्सर यह देखा गया है कि लोग हार्ट से संबंधित समस्या को गैस या अन्य बीमारी से कंफ्यूज करते हैं जो की सही नहीं है
सवाल. आपने-अपनी मेडिकल फील्ड की पढ़ाई किस क्षेत्र में और कहां से पूरी की है?
जवाब. मैंने अपनी एमबीबीएस और एमडी मेडिसिन की पढ़ाई शहर के प्रतिष्ठित एमजीएम मेडिकल कॉलेज से पूरी की। मैंने बॉम्बे हॉस्पिटल मुंबई से इकोकार्डियोग्राफी में फैलोशिप प्रोग्राम में हिस्सा लिया है। अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद मैंने शहर के प्रतिष्ठित विशेष हॉस्पिटल, बॉम्बे हॉस्पिटल मैं अपनी सेवाएं दी है वहीं वर्तमान में मैं शहर के प्रतिष्ठित विशेष जुपिटर हॉस्पिटल में जनरल फिजीशियन के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा हूं।