इंदौर। जब भी सिविल सर्विसेस एग्जाम की तैयारी की बात आती है तो सबसे पहले स्टूडेंट के मन में यह सवाल होता है की कौनसी क्लास ज्वाइन की जाए जिसकी मदद से वह अपने सपनों को पूरा कर सकें। आज के दौर में कई कोचिंग क्लासेस कमर्शियलाईजेशन की भेंट चढ़ चुकी है इसी को ध्यान में रखते हुए शहर में चेतन मीना इंस्टिट्यूट फॉर सिविल सर्विसेज कोचिंग क्लासेस की शुरुआत चेतन मीणा सर द्वारा 2019 में की गई। ताकि स्टूडेंट को रियायत दर पर बेहतर शिक्षा हासिल हो सके। चेतन मीणा सर ने आईआईटी मुंबई से पढ़ाई की इसी के साथ उन्होंने यूपीएससी कि एग्जाम क्वालीफाई की और इसके बाद दो से तीन बार इंटरव्यू के लिए भी चयनित हुए है। उन्होंने आईआईटी मुंबई से लाखों रुपए का पैकेज छोड़कर शिक्षा के क्षेत्र में कदम रखा और एक संस्थान में पार्टनर के रूप में काम किया कुछ समय काम करने के पश्चात उन्होंने शिक्षा में और बेहतर करने के मकसद से इस कोचिंग क्लासेस की शुरुआत की।
सवाल. क्लासेस में किस एग्जाम के लिए ज्यादा फोकस रहता है और क्या स्ट्रेटजी रहती है
जवाब. चेतन मीणा क्लासेस में सिविल सर्विसेस के लिए स्पेशली यूपीएससी और एमपीपीएससी की पढ़ाई करवाई जाती है संस्थान में इन दोनों कोर्स पर मैनली फोकस किया जाता है ताकि स्टूडेंट को बेहतर मार्गदर्शन और शिक्षा प्राप्त हो सके। एमपीपीएससी के अंदर कई मॉडल और टेस्ट सीरीज चलते हैं जिसमें स्टूडेंट को बेहतर परफॉर्म करने और टॉप रैंक लाने में मदद मिलती हैं।
सवाल. क्लासेस में किस प्रकार के पे चलाए जाते हैं वहीं क्लासेस का समय क्या होता है
जवाब. मीणा इंस्टीट्यूट क्लासेस में अलग-अलग बैच में क्लासेस संचालित की जाती है जिसमें सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक वहीं दोपहर 3 बजे से लेकर शाम के 7 बजे तक यह क्लासेस संचालित की जाती है अगर क्लासेस में स्टूडेंट की स्ट्रेंथ की बात की जाए तो लगभग 5000 से ज्यादा स्टूडेंट चेतन मीणा क्लासेस से जुड़कर शिक्षा हासिल कर चुके है। वही क्लासेस में इंग्लिश और हिंदी मीडियम में बेच चलाई जाती है। क्लासेस में स्टूडेंट को समय सीमा के आधार पर टारगेट बैच, 1 ईयर बैच, 2 ईयर बैच, क्रैश कोर्स, आंसर राइटिंग क्लासेस, और अलग-अलग रूप से शिक्षा प्रदान की जाती है।
सवाल. बेहतर शिक्षा देने के लिए क्लासेस में किस प्रकार के एजुकेटर को अप्वॉइंट किया जाता है
जवाब. शिक्षा के साथ कोई समझौता ना करते हुए क्लासेस में देश दुनिया के प्रतिष्ठित एजुकेटर को अप्वाइंट किया गया है। जो देश दुनिया के प्रतिष्ठित संस्थानों से पास आउट है वही इनके पास कई सालों के टीचिंग फील्ड में एक्सपीरियंस हासिल है। क्लासेस में शिक्षा प्रदान करने वाले ऐसे कई एजुकेटर है जिन्होंने यूपीएससी, एमपीपीएससी और अन्य बड़े लेवल तक के इंटरव्यू मैं कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
सवाल. एडमिशन के बाद स्टूडेंट को क्लासरूम के अलावा और क्या फैसिलिटी दी जाती है
जवाब. एडमिशन प्रोसीजर पूरा होने के पश्चात स्टूडेंट को संस्थान द्वारा स्टडी मैटेरियल भी प्रोवाइड करवाया जाता है जिसमें डीप रिसर्च के बाद बनाए गए नोट्स, बुक्स, टेस्ट सीरीज और अन्य सामग्री प्रदान की जाती है ताकि उन्हें बेहतर शिक्षा हासिल हो सके। स्टूडेंट्स को ऑफलाइन क्लासेस एडमिशन लेने पर ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन भी दिया जाता है जिससे उन्हें पढ़ने में आसानी होती है। जिन कोर्स के लिए दूसरे संस्थान में लाखों रुपए लिए जाते हैं वह कोर्स क्लासेस में रियायत दरों पर करवाए जाते हैं इसी के साथ एक बार एडमिशन लेने पर दूसरे साल पड़ने पर स्टूडेंट को 40 से 50% तक की फीस में छूट जाती जाती है।
सवाल. क्लास के अलावा और क्या फैसिलिटी इंस्टीट्यूट द्वारा दी जाती है क्या बच्चों को मोटिवेट रखने के लिए सेमिनार का आयोजन किया जाता है।
जवाब. क्लासेस में स्टूडेंट को बेहतर शिक्षा देने के लिए एजुकेटर हमेशा अवेलेबल रहते हैं ताकि बच्चों को डाउट होने पर वह अपने डाउट सॉल्व कर सकते हैं इसी के साथ क्लासेस में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट, वाईफाई, बेहतर क्लासरूम, लाइब्रेरी, डाउट सेशन क्लासेस, ग्रुप डिस्कशन, पर्सनल इंटरेक्शन और अन्य सुविधाएं दी जाती है इससे उन्हें पढ़ाई करने में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती हैं। इसी के साथ क्लासेस में समय-समय पर एग्जाम के मद्देनजर विभिन्न प्रकार के कोर्स लॉन्च किए जाते हैं जिसमें एडमिशन लेकर स्टूडेंट्स बेहतर शिक्षा हासिल कर पाते हैं। क्लासेस में स्टूडेंट को डिमोटिवेट या मानसिक रूप से डिप्रेशन होने पर ऐसे स्टूडेंट्स के लिए मोटिवेशनल स्पीकर द्वारा सेमिनार लिया जाता है जिसमें स्टूडेंट पार्टिसिपेट कर खुद को मोटिवेट कर पाते हैं।