गरम मसाला भारत में उत्पन्न होता है अक्सर 10 से ज्यादा प्रकार की मसाले को मिलाकर गरम मसाला तैयार किया जाता है जो हमें स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।गरम मसाला एक ऐसी चीज है जो हर भारतीय के किचन में पाए जाती हैं। गरम मसाला न केवल भोजन का स्वाद बढ़ाता है बल्कि पानी से उत्पन्न रोगों और पेट संबंधी समस्याओं को रोकने में भी मदद करता है ये विभिन्न प्रकार की बीमारियों जैसे भूख न लगना, खट्टी डकार, सफेद जीभ, पेट का भारीपन, पेट फूलना या पेट की सूजन,गैस की समस्या, पेट का गुरगुर करना, पेट में दर्द, आंत में कीड़े आदि को रोकने में भी मददगार साबित होता है।
कब्ज के लिए लाभदायक
गरम मसाला को पाचन सुधारने की दवा के रूप में देखा जाता है क्योंकि गरम मसाले का सेवन करने से कब्ज की संभावना कम हो जाती है। पेट का स्वस्थ रहना पूरे शरीर के स्वस्थ रहने के समान हैं। इसलिए इसे कब्ज जैसे समस्या दूर हो जाती हैं।साथ ही यह पाचन प्रक्रिया को तेज करता हैं, और इसके सेवन से भूख भी समय पर लगती हैं।
रक्त शर्करा के लिए लाभदायक
गरम मसाले में दालचीनी पाई जाती है। वैज्ञानिक रूप से दालचीनी के कई स्वास्थ्य लाभ है। यह मधुमेह को रोकने में मदद करती है और उसे नियंत्रित रखती है। दाल चीनी को रक्त शर्करा के स्तर को निम्न करने के लिए प्रभावी पाया हैं। इसके अलावा यह इंसुलिन हार्मोन की संवेदनशीलता में भी सुधार कर सकती है।